अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर बच्चों को ‘बड़े बुजुर्गों ने सुनाई कहानी’ प्राथमिक शाला मगरघटा एवं परसदा में हुआ कहानी उत्सव का आयोजन
मगरघटा- संकुल स्त्रोत केंद्र परसदा के अधीनस्थ शासकीय प्राथमिक शाला मगरघटा एवम शासकीय प्राथमिक शाला परसदा में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर ” कहानी उत्सव का आयोजन किया गया । बच्चों को कहानी सुनाने गांव के बड़े बुजुर्गों को , माताओं को आमंत्रित किया गया । बच्चों में कहानी सुनने काफी उत्साह देखने को मिला ।
वहीं देवकी यादव , लता यादव , संगीता टण्डन , सरिता , महेश्वरी , लीला निषाद द्वारा बच्चों को स्थानीय भाषा छत्तीसगढ़ी में बहुत ही रोचक कहानी सुनाया गया , बच्चे बहुत ही उत्साह के साथ कहानी का आनंद लिए , इस बीच संकुल शैक्षिक समन्वयक ललित कुमार बिजौरा ने भी बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए स्थानीय भाषा में कहानी सुनाया , किसमत पर आधारित कहानी में उन्होंने बताया कि हमें सिर्फ किसमत के भरोसे नहीं रहना चाहिए बल्कि अपना काम करते रहना चाहिए , जब आप काम करते हैं तभी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाते हैं , बच्चों को भी निरंतर पढ़ाई करते रहने की सलाह दी ।
वहीं अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर ललित कुमार बिजौरा ने कहा कि मूलभूत साक्षरता के विकास हेतु बच्चों को सुनने के कौशल में दक्ष किया जाना अत्यंत आवश्यक है । छोटे बच्चों को कहानियां बहुत पसंद आती है , स्थानीय बड़े , बुजुर्गों से स्थानीय भाषा में कहानियां सुनाने का अवसर मिलने से उनके सुनने की दक्षता का विकास किया जा सकता है ।
बतादे की कहानी उत्सव के माध्यम से प्राथमिक शाला के बच्चों में सुनने के कौशल का विकास करने की दिशा में ठोस कार्य प्रारम्भ किया गया है । बड़े बुजुर्गों द्वारा सुनाए गए कहानियों का लिखित संकलन हेतु प्रेरित किया गया । भाषाई सर्वे प्रपत्र के माध्यम से बच्चों के द्वारा घर पर बोली जाने वाली भाषा का भी संकलन किया गया । कहानी उत्सव में प्रमुख रूप से प्रधानपाठक जयंत कुमार वर्मा , पवन कुमार साहू , मेघा गुप्ता , कोमल सिंह ठाकुर , लीना बघेल , मेरी सुषमा खलखो सहित पालक गण एवं बच्चे उपस्थित रहे ।
अपने क्षेत्र की ख़बरों फोटों/वीडियों और विज्ञापनों को “छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़” के इस व्हॉट्सऐप 940 641 4023 नंबर पर जरूर पोस्ट करें