दुर्ग – सतनामी समाज दुर्ग जिला द्वारा सतनाम भवन भिलाई में मीटिंग आयोजित किया जिसमें मुख्य रूप से मोतीराम कोसले, संतराम कुर्रे, अहेन्द्र चेलक, लक्ष्मीनारायण कोसले, विष्णु नारायण चेलक, ऋतुराज, बसंत जोशी, दुर्गेश पाटिल दाऊलाल पाहरी एवं अन्य सामाजिक बंधुओं की उपस्थिति में गिरौदपुरी मेला के संबंध में विशेष रूपरेखा तैयार कर एसडीएम एवं कलेक्टर महोदय जी को ज्ञापन सौंपा गया
और श्री अहेन्द्र चेलक जिलाध्यक्ष सतनामी समाज दुर्ग द्वारा बताया गया कि प्रतिवर्ष की भांति गिरौदपुरी मेला का आयोजन होने जा रहा है जिसमें सबसे महत्वपूर्ण मुलभुत सुविधाओं का होना अनिवार्य रहता हैं ,जिला बलौदाबाजार क्षेत्रांतर्गत बाबा गुरु घासीदास धाम गिरौदपुरी में प्रति वर्ष सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है, गिरौदपुरी मेला एक महत्वपूर्ण सार्वभौम उत्सव है। इस जनसाधारण से लेकर देश के राष्ट्रपति तक का आगमन होता है, प्रतिदिन 15 से 20 हजार की संख्या में दर्शन करने आते हैं, जिनमें महिला, युवा और बच्चों की संख्या काफी अधिक होती है। इसमें पाया गया कि गिरौदपुरी धाम यात्रा एवं दर्शन के दौरान संस्थान की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई। प्रतिद्वंद्वी महिलाओं का सामना करना पड़ रहा है। अतावे दर्शनार्थियों के सहयोगियों ने धाम में स्वतंत्रता संग्राम, शौचालय एवं स्नानगृह की सम्यक व्यवस्था जैसे संपूर्ण प्रयास किये। स्थान पर स्त्री-पुरुष स्तूप एवं क्लींजर की व्यवस्था हो। राष्ट्रपति ने गिरौदपुरी मेले से पूर्व दर्शनार्थियों के लिए सामुहिक भंडारगृह के निर्माण की घोषणा की। गिरौद एवं पुरी परिसर में सीसीटीवी कैमरा स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की गई। गिरौद धाम के दर्शनार्थी शेड की नियमित रंगाई-पुताई, टायल्स, लेट पंखा एवं प्रमुख स्थान डेंटबीन की व्यवस्था की गई। गिरौदपुरी धाम के दर्शनार्थी शेड की नियमित सफाई के लिए कम से कम 50 अंश सफाई कर्मचारियों की सलाह दी गई है। गिरौदपुरी धाम को स्वच्छ बनाया गया। गिरौद मेला स्थल पर निर्मित समागम एवं प्रमुख स्थलों में गुरु घासीदास जी के उपदेश एवं अमृतवाणियों का खंडन जावे। गिरौदपुरी धाम मेला समिति में समाज की महिलाओं, विद्यार्थियों एवं स्थानीय सामाजिक संगतों को जोड़ा जावे, ताकि गिरौदपुरी धाम की नियमितता जावे। सुरक्षित।