अवैध धान परिवहन के 30 प्रकरण में 2235.20 क्विंटल धान जप्त : धान की गड़बड़ी रोकने के लिये कलेक्ट्रेट में बनाया गया नियंत्रण कक्ष
गरियाबंद। जिले में धान खरीदी का सिलसिला अनवरत जारी है । 14 नवम्बर से शुरू हुये धान खरीदी अभियान में अब तक 47 हजार 941 मेट्रिक टन धान खरीदी हो चुकी है।
जिले में अब तक 10 हजार 732 किसानों से 110 करोड़ 50 लाख रूपए धान खरीदी किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगा।
4662 नये किसान
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिये गरियाबंद जिले में 90 हजार 970 किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 4662 नये किसान शामिल है। इस वर्ष 90 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 5 लाख 36 हजार 768 मेट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 10 हजार 732 किसानों से 47 हजार 941 मेट्रिक टन धान खरीदी हुई है। इसके लिए 9728 टोकन जारी किये गए थे। आगामी 03 दिवस के लिये 6833 टोकन जारी किये गए हैं।
20 राईस मिलों नही किया चावल जमा, स्टॉक सत्यापन में कमी
खाद्य अधिकारी सुधीरचन्द्र गुरु ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में गरियाबंद जिले के 20 राईस मिलों को चावल जमा नहीं करने एवं स्टॉक सत्यापन में कमी पाये जाने के आधार पर कार्यवाही प्रारंभ करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के धान खरीदी की चाक-चौबंद व्यवस्था की गयी हैं। अब तक जिले में अवैध धान परिवहन के कुल 30 प्रकरण बनाये गए है, जिसमें 08 वाहन के साथ कुल 2235.20 क्विंटल धान जप्ती की कार्यवाही की गयी है।
कलेक्टोरेट में नियंत्रण कक्ष
किसी भी स्तर की गड़बड़ी रोकने के लिये एवं जिले में सतत् निगरानी हेतु नियंत्रण कक्ष कलेक्टोरेट में बनाया गया है, जहां से उपार्जन केन्द्रों के लाइव फुटेज देखे जा सकेंगे।