बिश्रामपुर : जंगल जोकी नाला के किनारे हत्या कर युवती के शव को दफन कर दिया, पुलिस ने आरोपित प्रेमी परमेश्वर चेरवा को गिरफ्तार कर लिया गया है और जेल भेज दिया, आरोपि प्रेमी ने शादी में बाधक बन रही प्रेमिका की सुनियोजित साजिश के तहत हत्या करने के बाद दूसरी युवती से विवाह कर लिया। गौरतलब है कि लटोरी चौकी क्षेत्र के कल्याणपुर जंगल में घाघीटिकरा के समीप जोकी नाला में वनरक्षक कोश प्रसाद राजवाड़े कल्याणपुर जंगल का भ्रमण कर रहे थे।
वह उस पर विवाह के लिए दवाब बना रही थी। इससे परेशान होकर उसने उसकी हत्या कर उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची। उसके बाद वह 18 अप्रैल को मिलने के बहाने उसे अंबिकापुर से अपनी बाइक में लेकर कल्याणपुर जंगल में जोकी नाला के पास ले गया और चाकू से उसके गले व पेट में वार किया। उसके छटपटाने पर उसने फावड़े से उसके सिर पर प्राण घातक हमला कर उसकी निर्मम हत्या कर साक्ष्य छुपाने उसकी लाश को दफना दिया था। हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद उसने 23 अप्रैल की दूसरी युवती से विवाह कर लिया।
उसी वक्त महिला का शव दिखा गया था। पोस्टमार्टम कर मृतक युवती के सिर एवं गले में गंभीर चोट के निशान पाए थे। जिससे मामला हत्या का प्रमाणित हुआ है। बता दे की पुलिस जांच में उक्त शव मुड़ेसा ग्राम निवासी क्रांति सिंह पिता घूरसाय सिंह 24 वर्ष के रूप में शिनाख्त हुई थी। क्रांति सिंह विगत 18 अप्रैल से घर से गायब थी। उसके परिजनों ने गांधी नगर थाना में कांची सिंह के गायब होने की सूचना दर्ज कराई थी।
पुलिस ने आरोपी परमेश्वर चेरवा पिता रामाशीष चेरवा 24 वर्षीय निवासी घाघी टिकरा अखोरा कला को धारा 302, 201 के तहत गिरफ्तार कर सूरजपुर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक अभरिक्षा में जेल भेज दिया गया। पुलिस ने हत्या की वारदात में प्रयुक्त चाकू एवं फावड़ा भी बरामद कर लिया है। इस कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, सीएसपी जेपी भारतेंदु, जयनगर थाना प्रभारी सुभाष कुजूर, लटोरी चौकी प्रभारी सुनील सिंह समेत एएसआई मनोज पोर्ते, प्रधान आरक्षक संजय सिंह, विशाल मिश्रा, आरक्षक अंबिका सिंह, सोमनाथ कुशवाहा सक्रिय रहे।
एसपी राजेश अग्रवाल के निर्देश पर अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने जुटी पुलिस टीम ने सीडीआर व मोबाइल लोकेशन के साथ मृतक किशोरी के प्रेम संबंध के बारे में जानकारी के आधार पर मृतका के कथित प्रेमी परमेश्वर चेरवा को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की। उसने हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की। उसने बताया कि सात माह से क्रांति सिंह से उसका प्रेम संबंध था। इसी बीच उसका विवाह एक युवती के साथ तय हो गया था। 23 अप्रैल को विवाह होना था। क्रांति विवाह में बाधक बन रही थी।