राजनंदगांव : भारतीय जनता पार्टी संगठनात्मक ढांचे को सदैव ही दुरुस्त रखती है, किसी विशेष परिस्थितियों में अगर आवश्यकता पड़ने पर तुरंत चुनाव हो जाए तो भारतीय जनता पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है,जो इसके लिए सदैव तत्पर रहती है। राष्ट्रीय परिदृश्य में भाजपा के संगठन चुनाव का आव्हान होने के बाद देश में छत्तीसगढ़ ने सभी प्रदेशों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया, क्योंकि यहां पर प्रदेश चुनाव प्रभारी खूबचंद पारख ने अपने कुशल नेतृत्व में समयबद्ध ढंग से सभी इकाइयों के चुनाव सफलता पूर्वक संपन्न कराए।
छत्तीसगढ़ में एक और जहां 24119 बूथ समितियां थी जिसमें 23406 बूथों का चुनाव संपन्न हुआ, वहीं 479 मंडलो में से 421 मंडलों का चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सिर्फ पांच मंडलों के चुनाव रद्द किए गए जिसमें नियमों का पालन नहीं किया गया था ।
श्री खूबचंद पारख ने इस चुनाव में अपनी राजनीतिक अनुभव शैली का उपयोग करते हुए सभी वर्गों का साथ लेकर कुशल रणनीति बनाई , जिसके कारण पूरे चुनाव में 70 से 80 आपत्तियां आई जिसका पुनर्विचार समिति ने फैसला कर निराकरण किया और प्रति उत्तर देते हुए उसका समाधान भी किया। चुनाव छत्तीसगढ़ में चुनाव रणनीति के तहत मंडल स्तर के भी चुनाव विधिवत नीति के तहत संपन्न हुए, जिसमें सर्वानुमति बनाते हुए अध्यक्ष पद का चुनाव किया गया ।
विगत चार दशकों से भाजपा की राजनीति में सक्रिय रहने वाले खूबचंद पारख लखीराम अग्रवाल, अटल बिहारी वाजपेई लालकृष्ण आडवाणी और सुंदरलाल पटवा के समय काल से लेकर उनके साथ साथ पार्टी के लिए संगठन का कार्य करते करते उन्हें संगठनात्मक अनुभव होने के कारण वह कार्यकर्ता और उसके अंतर भाव को भलीभांति जानते हैं, साथ ही वे समय-समय पर विभिन्न चुनाव का संचालन भी करते रहे हैं।
चुनाव के बाद मिली बड़ी जवाबदारी
खूबचंद पारख द्वारा प्रदेश में सुनियोजित एवं समयबद्ध ढंग से चुनाव संपन्न कराए जाने पर उन्हें केंद्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रीय परिषद का सदस्य बनाकर उनकी कुशल संगठनात्मक शैली पर मोहर लगाई और उन्हें इस महत्वपूर्ण पद से नवाजा गया, जिसमें छत्तीसगढ़ से मात्र 17 सदस्य नामांकित किए गए हैं, भाजपा केंद्रीय परिषद के राष्ट्रीय सदस्य समय-समय पर भाजपा की कार्यशैली और नीति रीती को तय करते हैं, इस महत्वपूर्ण पद पर चयनित होने पर खूबचंद पारख के समर्थकों में खुशी की लहर है और उन्हें बधाई देने का तांता लग चुका है।
राजनांदगांव से दीपक साहू