शेयर बाजार : 3 जून को शेयर मार्केट ने हल्की गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत की, लेकिन दोपहर तक इसमें और कमजोरी आ गई। सेंसेक्स −316.71 अंक गिरकर 81,057.04 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वही निफ्टी −96.55 अंक फिसलकर 24,620.05 के नीचे पहुंच गया। शुरुआती कारोबार में मार्केट 300 अंक से अधिक चढ़ा था, लेकिन बैंकिंग शेयरों में कमजोरी के चलते गिरावट देखने को मिली।
दबाव में बैंकिंग सेक्टर, मेटल और रियल्टी शेयरों में मजबूती
बैंकिंग सेक्टर पर दबाव बना हुआ है। NSE का निफ्टी प्राइवेट बैंक इंडेक्स 0.50% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। दूसरी ओर मेटल शेयरों में मजबूती देखने को मिला है। मेटल इंडेक्स 0.50% ऊपर है। रियल्टी इंडेक्स में भी 0.40% की बढ़त दर्ज की गई है। ऑटो, आईटी और ऑयल एंड गैस सेक्टर में भी मामूली तेजी बनी हुई है।
ग्लोबल मार्केट में मिला-जुला रुख
एशियाई बाजारों में आज मिला-जुला देखने को मिला है। जापान का निक्केई 0.20% चढ़कर 37,546 पर, कोरिया का कोस्पी मामूली तेजी के साथ 2,698 के स्तर पर है, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग 1.39% उछलकर 23,480 पर कारोबार कर रहा है। चीन का शंघाई कंपोजिट भी 0.47% की तेजी के साथ 3,363 पर पहुंच गया है। अमेरिकी बाजारों में भी बीते दिन मजबूती रही। डाउ जोंस 42,305 पर बंद हुआ, जबकि नैस्डैक 0.67% चढ़कर 19,242 और S&P 500 में 0.41% की बढ़त दर्ज की गई।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली, घरेलू निवेशकों की खरीदारी
2 जून को NSE पर जारी प्रोविजनल आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 2,589.47 करोड़ रुपय के शेयर बेचे, वही घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 5,313.76 करोड़ रुपये की खरीदारी की। जिससे यह संकेत मिलता है, कि घरेलू निवेशकों का बाजार पर विश्वास अभी भी बना हुआ है।
F&O बैन में मनप्पुरम फाइनेंस
3 जून को NSE की F&O बैन लिस्ट में मनप्पुरम फाइनेंस को शामिल किया गया है। ऐसे स्टॉक्स जिनमें डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स की कुल ओपन पोजीशन 95% से अधिक हो जाती है। उन्हें बैन लिस्ट में रखा जाता है। जिस दौरान उन पर कोई नई पोजीशन नहीं ली जा सकती।
सोमवार को भी रही थी कमजोरी
2 जून 2025 को भी बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ था। सेंसेक्स 77 अंक टूटकर 81,373 पर और निफ्टी 34 अंक गिरकर 24,716 के स्तर पर बंद हुआ था। सेंसेक्स के 30 में से 19 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। बैंकिंग, ऑटो और आईटी सेक्टर में कमजोरी देखने को मिली है, जबकि FMCG और एनर्जी सेक्टर में हल्की तेजी रही है।