देशभर में ओमिक्रोन तेजी गुजरात ने ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच सोमवार को राज्य के 8 प्रमुख शहरों में 31 दिसंबर तक नाइट कर्फ्यू फिर से
नई दिल्ली,अहमदाबाद, राजकोट, सूरत, वडोदरा, जामनगर, भावनगर, गांधीनगर और जूनागढ़ में साल के अंत तक यानी 31 दिसंबर 2021 की रात तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। नाइट कर्फ्यू का समय रात 1 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा। गुजरात में रविवार को ओमीक्रोन वैरिएंट के चार नए मामले पाए गए, जिससे राज्य में ओमीक्रोन वैरिएंट से संक्रमित लोगों की संख्या 11 हो गई है। वहीं, ओमिक्रोन वैरिएंट के बढ़ते मामलों को देखते हुए बृहन्मुंबई महानगर पालिका परिषद (बीएमसी) ने लोगों से क्रिसमस और नए साल पर पार्टियों में जाने से बचने को कहा है। अभी तक ओमिक्रोन के जितने भी मामले सामने आए हैं उनमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र से ही हैं। यहां अब कोरोना के नए वैरिएंट की संख्या 54 हो गई है।
देश में ओमिक्रोन को लेकर फैली दहशत के बीच कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट जारी है। पिछले एक दिन में 16 सौ से ज्यादा सक्रिय मामले घटे हैं और वर्तमान में इनकी संख्या 82,267 रह गई है जो 572 दिन में सबसे कम और कुल मामलों का 0.24 प्रतिशत है।
पिछले 24 घंटों में 132 लोंगों की गई जान
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सोमवार को सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान साढ़े छह हजार नए मरीज मिले हैं और 132 लोगों की जान गई है। मृतकों में अकेले 96 केरल से हैं, जबकि महाराष्ट्र और बंगाल में नौ-नौ मौतें हुई हैं। केरल के आंकड़े इसलिए अधिक हैं क्योंकि राज्य सरकार पहले हुई मौतों को पिछले कुछ दिनों से नए आंकड़ों के साथ मिलाकर जारी कर रही है।
अब तक 138 करोड़ से अधिक डोज लगाई गईं
कोविन पोर्टल के शाम छह बजे के आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की 138.29 करोड़ डोज लगाई गई हैं। इनमें 82.98 करोड़ पहली और 55.31 करोड़ दूसरी डोज शामिल हैं।
देश में कोरोना की स्थिति
24 घंटे में नए मामले 6,563
कुल सक्रिय मामले 82,267
24 घंटे में टीकाकरण 15.74 लाख
कुल टीकाकरण 138.29 करोड़
सोमवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति
नए मामले 6,563
कुल मामले 3,47,46,838
सक्रिय मामले 82,267
मौतें (24 घंटे में) 132
कुल मौतें 4,77,554
ठीक होने की दर 98.39 प्रतिशत
मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत
पाजिटिविटी दर 0.75 प्रतिशत
सा.पाजिटिविटी दर 0.60 प्रतिशत
जागरण