मुंबई : इलेक्ट्रिक स्कूटर ने सात साल के वसई लड़के की जान ले ली। शब्बीर अंसारी, इलेक्ट्रिक वाहन की अलग करने योग्य 24 आह लिथियम फेरो फॉस्फेट (एलएफपी) बैटरी के बाद 80% से अधिक जल गया था, वसई में सरफराज अंसारी के रामदास नगर घर के रहने वाले कमरे में चार्ज होने के दौरान विस्फोट हो गया।
अपनी दादी के साथ शब्बीर लिविंग रूम में सो रहा था। सरफराज ने रात करीब 2.30 बजे लिविंग रूम में बैटरी चार्ज करने के लिए रखी और बेडरूम में सोने चले गए। शब्बीर की मां भी बेडरूम में सो रही थी। सुबह करीब साढ़े पांच बजे विस्फोट की आवाज और उसके बाद शॉर्ट सर्किट की आवाज से वे जाग गए।
दादी मामूली रूप से घायल हो गई, वहीं शब्बीर गंभीर रूप से झुलस गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां 30 सितंबर को उन्होंने दम तोड़ दिया। विस्फोट में खिड़की के शीशे टूट गए और घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घरेलू उपकरण और गैजेट भी नष्ट कर दिए गए। स्कूटर घर के बाहर खड़ा था और बरकरार था। दमकल कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया।
मानिकपुर पुलिस ने कहा कि अधिक गर्म करने से विस्फोट हो सकता है। पुलिस ने कहा कि जयपुर स्थित स्कूटर निर्माताओं को बैटरी की जांच करने के लिए कहा गया है। आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया है। सरफराज ने इस बात से इनकार किया कि बैटरी ज्यादा गर्म हो गई है।
उन्होंने बताया की उन्हें इष्टतम रन के लिए लगभग तीन से चार घंटे चार्ज करने के लिए कहा गया था। पुलिस ने निवासियों से रात के समय बैटरी और सेलफोन चार्ज नहीं करने का आग्रह किया। पुलिस ने बताया कि इलेक्ट्रिक वहान (EV) बैटरियों को खुले में चार्ज किया जाना चाहिए और वो भी निगरानी में।