✍️ छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़ जिला प्रमुख रिपोर्ट सैयद बरकत अली गरियाबंद
गरियाबंद जिला मैनपुर ब्लॉक तहसील कोर्ट अमलीपदर गरियाबंद जिले में इन दिनों भ्रष्टाचार की नई नई दिलचस्प कहानियां सुनने को मिल रही है हर विभाग में भ्रष्टाचार जबरदस्त तरीके से अपना पैर पसार चुका है वही गरियाबंद आबकारी विभाग भी इससे अछूता नहीं है ताजा मामला बीते कल शनिवार का है जहां पर गरियाबंद जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र अमलीपदर के विदेशी शराब दुकान में खुलेआम जमकर ओवररेट में शराब की बिक्री की जा रही है अमलीपदर के अंग्रेजी शराब दुकान में कालाबाजारी का सिलसिला चरम पर है जहां धड़ल्ले से शराब को निर्धारित सरकारी दाम से अधिक कीमतों में ग्राहकों को बेचकर रोज लाखो रु की ऊपरी कमाई की जा रही है बताना लाजिमी होगा कि बीते शनिवार को रायपुर की कुछ वरिष्ठ पत्रकारों की टीम अमलीपदर थाने में कुछ जनहित के मामले को लेकर पहुंची थी वही अमलीपदर के कुछ जागरूक निवासियों ने पत्रकारों की टीम से शिकायत करते हुवे बताया कि अमलीपदर विदेशी शराब दुकान में खुलेआम ओवर रेट में कई वर्षों से शराब बेची जा रही है उक्त शिकायत की जाँच करने पत्रकारों की टीम द्वारा स्ट्रिंग ऑपरेशन किया गया तो पता चला कि शिम्बा बियर जिसका अधिकतम खुदरा मूल्य 200 है उसे 220 में( गर्म बियर) खुलेआम बेचा जा रहा था गोवा नामक व्हिस्की जिसका अधिकतम खुदरा मूल्य 120रु है उसे 130 में खुलेआम धड़ल्ले से शराब दुकान के सुपरवाइजर और सेल्समैन बेच रहे थे जिस बात का विरोध ग्राहकों एवं पत्रकारों ने किया तो शराब दुकान के सेल्समैन ग्राहकों के साथ ही बदतमीजी और गुंडागर्दी करने उतारू हो गए थे इस प्रकार समझा जा सकता है कि गरियाबंद जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र अमलीपदर में किस प्रकार शराब दुकान में शराब दुकान प्रभारी अधिकारी के संरक्षण में खुलेआम ओवर रेट में शराब बेचकर रोज लाखो रु की ऊपरी कमाई की जा रही है पूरी घटनाक्रम के बाद वहां पर मौजूद ग्राहकों ने भी एक के बाद एक अपने शिकायत पत्रकारों के कैमरे में दर्ज करवाएं इसमें ग्राहक साफ साफ शब्दों में बता रहे हैं कि अमलीपदर के शराब दुकानों में खुलेआम ओवररेट में तय कीमत से अधिक में शराब बेची जा रही है शराब दुकान के पास मौजूद ग्राहकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शराब दुकान के प्रभारी अधिकारी के द्वारा छीन और महुआ से शराब बनाने वाले कोचियों से भी जबरदस्त सेटिंग है सोनी नामक आबकारी अधिकारी को शराब कोचियों द्वारा हर महीने 5 से 10 हजार रु की राशि देते हैं जिसके एवज में वे शराब दुकानों में एवं महुआ और छीन से शराब बनाने वाले को कोचियों पर कार्यवाही नहीं करते हैं साथ ही यह भी जानकारी मिली है कि राज्य शासन के नियमों को ताक में रखकर शराब दुकान प्रभारी सोनी (डबल स्टार)एक ही जगह गरियाबन्द आबकारी विभाग में कई वर्षों से जमे हुए हैं जबकि कोई भी शासकीय सेवक एक ही जगह में 3 वर्षों से अधिक समय तक पदस्थ नहीं रह सकता है इस प्रकार समझा जा सकता है कि गरियाबंद जिले के अमलीपदर गांव सहित गरियाबंद जिले के सभी शराब दुकानों में किस हद तक भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी का मामला बड़े स्तर पर व्याप्त है ।गौरतलब है कि अमलीपदर के अंग्रेजी शराब दुकान में प्रिंट रेट से दस से बीस रुपये अधिक दर पर शराब पिछले 3 सालों से बेची जा रही है साथ ही शराब की दुकानों पर रेट लिस्ट भी सही तरीके से नहीं लगी है जिसका फायदा उठाया जा रहा है वहीं शराब की मिल रही शिकायत के बावजूद प्रशासन व आबकारी विभाग कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा ओवर प्रिंट पर अंग्रेजी शराब का बेचने पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है विदेशी शराब दुकान के सेल्समैन द्वारा ओवररेट का खेल कई दिनों से चल रहा है जिसकी शिकायत फोन द्वारा आबकारी विभाग के अधिकारियों से की गई लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा कोई ओवर रेट पर कार्रवाई नहीं की गईं है पृथक से आपको बताना लाजिमी होगा कि अमलीपदर थाना क्षेत्र अंतर्गत अनेक लोगों के द्वारा शराब, गांजा,सट्टा की अवैध व्यापार किया जा रहा है।जिससे गांव का माहौल खराब हो रहा हैं जिन्हें जिम्मेदार लोगो का भरपूर संरक्षण मिल रहा है उक्त मामले की भी शिकायत जिले के पुलिस अधीक्षक के पास की गई हैं
ग्राहक कहां करे शिकायत-
गरियाबंद जिले के शराब के दुकानों पर एमआरपी से अधिक मूल्य पर शराब बेचे जाने की शिकायत ग्राहक आखिर करे तो करे कहां। अधिकतर लोगों को पता ही नहीं है कि ओवर रेट की शिकायत किस अधिकारी से करनी है।
नहीं मिलता बिल
आबकारी मंत्री कवासी लखमा की सख्त हिदायत है कि प्रत्येक शराब दुकानों में शराब की बिक्री पर बिल दिया जाए पर अमलीपदर के विदेशी शराब दुकान पर इस आदेश की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। अभी तक ना सही रूप से रेट लिस्ट चस्पा किया गया है न ही शराब खरीदी की बिल दिया जा रहा है। साथ ही ग्राहक द्वारा बीयर की पूरी रकम देने के बाद भी बीयर पूरी तरह गर्म दी जाती है जबकि आबकारी अधिनियम के तहत प्रत्येक शराब दुकानों में फ्रीजर की समुचित व्यवस्था करवा कर बियर को ठंडा कर कर ग्राहक को देना होता है।
वहीं इस पूरे मामले में गरियाबंद जिले के नवपदस्थ विद्वान जिला दंडाधिकारी श्री प्रभात मलीक सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़ अमनपथ छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़ संवाददाता ने बात किया था उन्होंने कहा कि आपके द्वारा शिकायत मिल रही ओवर रेट में शराब बेचना गलत है। मामले में जांच करवा कर दोषी कर्मचारी और अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
वहीं इस पूरे मामले में गरियाबंद जिला आबकारी अधिकारी डीईओ से संपर्क करने का प्रयास किया गया मगर तकनीकी खामियों की वजह से उनसे संपर्क नहीं हो पाया
क्या कहते हैं आबकारी मंत्री मामले की शिकायत मिलने पर आबकारी मंत्री ने आबकारी विभाग के आयुक्त को मामले की जांच करने की हिदायत दी है।