किरीट भाई ठक्कर , गरियाबंद। जिला एवं ब्लॉक मुख्यालय के निकट ही बसे गांव पाथरमोहन्दा,मजरकट्टा, भिलाई, चिखली, सढोली, खट्टी, कुर्रूभाटा की ग्रामीण महिलाओं ने जिला अस्पताल में सोनोग्राफी सुविधा की मांग की है। इन सात गाँवो की ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण समिति की 50 से अधिक महिलाओं ने आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय पहुंच कर विशेष रूप से महिलाओं के लिये स्वास्थ्य सुविधाओं मांग रखी है।
फुलसा निषाद देवकी देवांगन गुंजा ध्रुव खिलेश्वरी अनिता निषाद नूतन सांडिल्य किसनतीन ध्रुव आदि महिलाओं ने बताया कि प्रसूति के दौरान महिलाओं को तीन से चार बार सोनोग्राफी करवाना पड़ता है, जिला चिकित्सालय में सुविधा नहीं होने के कारण निजी लैब में जाना मजबूरी है जहां प्रत्येक सोनोग्राफी पर लगभग 800 रु से 1000 रु का खर्च आता है।
इसी तरह जिला अस्पताल में ऑपरेशन से प्रसव की सुविधा नहीं है। ऑपरेशन की स्थिति में रायपुर जाना पड़ता है। कभी आपात स्थिति में रायपुर पहुँचते पहुँचते जच्चा या बच्चा की मृत्यु भी हो जाती है। जिला अस्पताल केवल रिफेर सेंटर की भूमिका निभा रहा है। जिला बने 14 से 15 बरस बीत चुके हैं किंतु स्वास्थ्य सुविधाएं आज भी किसी देहात स्तर पर ही है।
बताया गया है कि जिला अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन है किंतु इसके संचालन के लिये कोई तकनीकी विशेषज्ञ नही है। आपको बता दें कि जिन सात गांव की स्वास्थ्य एवं पोषण समिति की महिला सदस्यों ने विशेष रूप से महिला स्वास्थ्य संबंधी मांग की है, ये सभी गांव जिले के दोनों विधानसभा राजिम और बिन्द्रानवागढ़ के है। राजिम विधानसभा में बीजेपी विधायक है तो बिन्द्रानवागढ़ में कांग्रेसी विधायक है। एक और महत्वपूर्ण तथ्य ये है कि ये सभी गांव बिल्कुल जिला मुख्यालय के आस पास के है।