निगम प्रशासन सफाई ठेका मार्च में टेंडर क्यों नहीं बुलाया – शिव वर्मा

राजनांदगांव : नगर निगम के पूर्व सभापति शिव वर्मा ने सीधे निगम प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि सफाई ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए जानबूझकर मार्च में वार्षिक सफाई कार्य के लिए टेंडर नहीं बुलाया कहीं ना कहीं शासन प्रशासन की मिलीभगत है। करोड़ों रुपए खर्चे करने के बाद भी शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह लचर है। स्वच्छ भारत मिशन का सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं।



स्वच्छता अभियान के नाम से भी लाखों रुपया का सामग्री खरीदते हैं। पर वह भी लो क्वालिटी का खरीदी करने के कारण चार 6 महीने में ही दम तोड़ देता है। 27 वार्डों जो सफाई ठेके से चल रहा है उस वाडो की स्थिति ठीक नहीं है। शिव वर्मा ने कहा कि सफाई कर्मचारी को कलेक्टर दर से पेमेंट होना चाहिए। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत रखे गए 25 कर्मचारी का भी कोई अता पता नहीं है। जबकि इन कर्मचारियों को जो वार्ड ठेका में नहीं है। तथा उस वार्ड में कर्मचारी कम है।



सफाई हो नहीं पा रहे हैं । इन्हीं क्षेत्रों में ऐसे कर्मचारी भेज कर उन वार्ड की सफाई व्यवस्था ठीक करने के लिए इन कर्मचारी का उपयोग करना चाहिए। ऐसा ही हाल रात्रि कालीन सफाई का भी है। जहां कोई अधिकारी झांकने तक नहीं जाता। शहर में कचरे का अंबार जगह जगह कचरा फैले हुए हैं। वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों को  हर महीना पेमेंट नहीं होने के कारण भी सफाई व्यवस्था खराब होते जा रहा है।



शिव वर्मा ने कहां की निगम प्रशासन हर महीने एक निश्चित तारीख पर कर्मचारियों को पेमेंट करें और स्वच्छ शहर की जो कल्पना है उसे भी प्राथमिकता से सुरुचि लेते हुए शहर को बेहतर और सुंदर रखने में अधिकारी कर्मचारियों को आदेशित करें। उन्होंने कहा कि 4 साल पहले राजनांदगांव संस्कारधानी के लोगों में स्वच्छता के प्रति जो जागरूकता था एवं निगम प्रशासन का जो डोर टू डोर शहर के नागरिकों का जागृत करने का अभियान के कारण ही लोगों में एक कचरा निश्चित स्थान में डालने का आदत बना हुआ था अब वह दिखाई दे रहा है।

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