गरियाबंद : शासकीय राजीव लोचन स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजिम के रसायन शास्त्र विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय रसायन शास्त्र सप्ताह का आयोजन किया गया इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार के गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। संस्था प्रमुख डॉ. सी. एल. देवांगन ने सरस्वती माता के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर संस्था प्रमुख ने विज्ञान के दैनिक जीवन में महत्व को बताते हुए अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह के आयोजन पर रसायन शास्त्र विभाग को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. देवेंद्र देवांगन ने अंतर्राष्ट्रीय रसायन शास्त्र सप्ताह के उद्देश्यों को बताते हुए कहा कि विज्ञान विषय के प्रति रुचि रखने वाले छात्रों के लिए रसायन शास्त्र एक प्रमुख विषय होता है। प्रकृति में होने वाले विभिन्न घटनाओं का सीधा संबंध रसायनों की क्रियाओं के फल स्वरुप दिखाई देता है। इस अंतरराष्ट्रीय सप्ताह के अवसर पर महाविद्यालय द्वारा छात्रों की रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए विज्ञान प्रश्नोत्तरी पोस्टर प्रेजेंटेशन और घरेलू आयुर्वेदिक रसायन पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन के साथ साथ रसायन विषय पर कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। इन गतिविधियों में छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

महाविद्यालय के प्राध्यापक सुमन प्रसाद साहू ने अपने व्याख्यान में कहा कि महासागरों को प्रदूषित करने वाले प्लास्टिक और प्रदूषक ऊपर आवश्यक रोक लगाने हेतु नीति निर्माण किया जाना चाहिए इससे हानिकारक रसायन रसायनों का प्रभुत्व हमारे जीवन में कम होगा। नैक प्रभारी डॉ. गोवर्धन यदु ने कहां कि रसायनों का चिकित्सा के साथ-साथ औषधि रूपों में भी बहुत महत्व होता है हम दैनिक जीवन में कई तरह की रसायनिक गतिविधियों को देखते हैं और इससे हमारी दिनचर्या प्रभावित होती रहती है।

अंतर्राष्ट्रीय रसायन शास्त्र सप्ताह के अंतर्गत आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान खगेश बीएससी प्रथम वर्ष, घरेलू आयुर्वेदिक रसायन विषय पर निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मेघा बीएससी द्वितीय वर्ष और द्वितीय स्थान सोनिका बीएससी द्वितीय वर्ष एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान किरण, लिलेश्वरी, कविता, लिलेश्वरी, चांदनी, खुशबू और आंचल (बीएससी प्रथम गणित एवं बायो) ग्रुप ने प्राप्त किया। इस कार्यक्रम के सफल संचालन में मुकेश कुर्रे, चंद्रकला जोशी, दुर्योधन निषाद, वाणी चंद्राकर, खोमान साहू के साथ-साथ बीएससी के छात्र छात्राओं का विशेष योगदान रहा। विभिन्न आयोजित कार्यक्रमों में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक गण एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।