
राज्य सरकार द्वारा शनिवार को सुबह संचालित होने वाले स्कूलों की पाली बंद किए जाने के निर्णय का छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन ने विरोध किया है। इस संबंध में फेडरेशन के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध दर्ज कराया।
फेडरेशन ने अपने ज्ञापन में बताया कि शनिवार सुबह स्कूल संचालन की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। यह न केवल एक शैक्षणिक पहल थी, बल्कि इसका मनोवैज्ञानिक और व्यावहारिक पक्ष भी था। बच्चों को इस विशेष दिन में बैगलेस डे के तहत पारंपरिक पढ़ाई से हटकर नैतिक शिक्षा, योग, खेलकूद, कलात्मक गतिविधियों, गीत-संगीत, अभिनय एवं सांस्कृतिक परंपराओं से जुड़ने का अवसर मिलता था।
फेडरेशन पदाधिकारियों ने बताया कि 9 जुलाई 2022 से यह योजना सरकार की पहल पर लागू हुई थी और इसके सकारात्मक प्रभाव भी स्पष्ट दिखे थे। बच्चों को तनावमुक्त वातावरण में सीखने का अवसर मिल रहा था, जिससे उनके व्यक्तित्व विकास में भी मदद मिलती थी।
फेडरेशन ने मांग की कि शनिवार के स्कूल संचालन को पूर्ववत सुबह की पाली में यथावत रखा जाए, ताकि बच्चों को एक समग्र शैक्षणिक और सांस्कृतिक वातावरण मिल सके।




