सूरजपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस शासन काल में छत्तीसगढ़ उपभोक्ता परिषद के सदस्य रहे सुरेश अग्रवाल ने की सुबह अपने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। ये पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के काफी करीबी थे। अमरजीत भगत सहित कांग्रेस पार्टी के चुनाव हारने के बाद ये काफी सदमे में थे। घटना की खबर मिलते हैं अमरजीत भगत सहित भारी संख्या में लोग अस्पताल पहुुंचे और परिवार वालों को ढांढ़स बंधाया।
आपको बता दे कि 64 वर्षीय सुरेश अग्रवाल कोतवाली थाना क्षेत्र के बसंत लाल मार्ग के रहने वाले थे। इनके पुत्र मुकेश गोयल ने बताया कि बुधवार की सुबह 7 बजे जब मैं सोकर उठा तो पापा घर पर नहीं थे। पिता के बारे में मां दयावंती अग्रवाल से पूछा तो बताई की तेरे पिता सुबह उठकर कहीं बाहर गए हैं। जबकि सुरेश अग्रवाल को मोबाइल घर में ही था। कुछ देर बाद जब इनका कुछ पता नहीं चला तो मुकेश अग्रवाल ने पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत को फोन लगाया और बताया कि पिता जी कहीं चले गए हैं, पता नहीं चल रहा है। अमरजीत अग्रवाल ने कहा कि खोजो कहीं गए होंगे। इधर-उधर खोजने पर करीब 8.30 बजे परिजन ने घर के निचले तल में जाकर देखा तो वह पंखे के हुक में साड़ी के सहारे फांसी पर लटके हुए थे। परिजन ने तत्काल उन्हें फंदे से उतारकर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए। यहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वही चुनाव परिणाम के बाद थे काफी दुखी थे. बता दे की मृतक सुरेश अग्रवाल कांग्रेस शासन काल में छत्तीसगढ़ उपभोक्ता परिषद के सदस्य थे और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के काफी करीबी थे। घटना की जानकारी मिलने पर अमरजीत भगत अस्पताल पहुंचकर परिवार को ढांढस बंधाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे चुनाव के संचालक भी थे और चुनाव परिणाम आने के बाद काफी दुखी थे। अमरजीत भगत ने बताया कि चुनाव परिणाम आने के बाद सुरेश अग्रवाल काफी परेशान थे। मैं समझाया भी था कि सब समान्य हो जाएगा। वहीं घटना से पूर्व मंगलवार की रात को सुरेश अग्रवाल ने अमरजीत भगत को फोन किया था। पर अमरजीत भगत एक शादी कार्यक्रम में होने के कारण सुबह बात करने की बात कही थी। इससे पूर्व उन्होंने आत्महत्या कर ली।