कोरबा : दामाद ने अपने ससुर को खुदखुशी करने से बचाने के लिए नहर में छलांग लगा दी। और आसपास के लोगों ने दामाद को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन नहर के तेज बहाव में बहे ससुर का अब तक कुछ भी पता नहीं चल पाया है। सीतामढ़ी निवासी होरीदास के घर उसका दामाद धरमदास (35 वर्ष) पोखरी पारा से आया हुआ था।
रिश्ते में दोनों ही ससुर-दामाद थे, लेकिन दोनों के बीच काफी बनती थी। ससुर-दामाद एक साथ बैठकर शराब भी पीते थे। सुबह से होरीदास अपने दामाद के साथ बैठकर शराब पी रहा था। सुबह से शाम हो गई, लेकिन दोनों शराब लेकर बैठे रहे। फिर धरमदास की सास वहां आई और अपने पति होरीदास के साथ उसका शराब को लेकर विवाद हो गया। और शाम में होरीदास अचानक अपने दामाद से कहने लगा कि अब उसका जीने का मन नहीं करता है।
ससुर घर से बाहर निकल गया और नहर के पास चला गया। दामाद पीछे-पीछे किसी अनहोनी की आशंका से गया। वहीं जब तक दामाद धरमदास कुछ समझ पाता, तब तक ससुर होरीदास ने उफनते हंसदेव नदी पर बने नहर में छलांग लगा दी। और वह लोगों से मदद के लिए चिल्लाता रहा। कुछ ग्रामीणों ने नहर में कूदकर दामाद की जान तो बचा ली, लेकिन ससुर तेज बहाव में दूर तक बह गया। इस घटना के 24 घंटे बाद भी ससुर का अता पता नहीं था।
पुलिस को हादसे की सुचना तत्काल दे दी गई थी। कोतवाली थाना प्रभारी रूपक शर्मा ने बताया कि नहर में गोताखोरों के उतारा गया है और होरीदास की तलाश की जा रही है। वहीं उसने आत्महत्या की कोशिश क्यों की, इसके लिए परिजनों से भी पूछताछ जारी है। पुलिस ने दामाद का बयान दर्ज कर लिया।
थाना प्रभारी रूपक शर्मा ने बताया कि होरीदास की बेटी और दामाद पोखरी पारा में रहते हैं। वहां से दामाद अपने ससुराल आया हुआ था। लगातार बारिश के कारण हसदेव नदी का जलस्तर बढ़ गया है। जिसके कारण शाखा नहर में भी पानी छोड़ा गया है। फिलहाल नहर लबालब है और यहां बहुत तेज बहाव है, जिसके कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में देर हो रही है।