*➡️ कहा – यह नागरिक अधिकारों के लिए खतरा, ऐप को तत्काल लागू होने से रोका जाए*
*राजनांदगांव।*
दूरसंचार विभाग द्वारा जारी संचार साथी ऐप ने देशभर में गहरी चिंताएँ खड़ी कर दी हैं। छत्तीसगढ़ लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता विष्णु लोधी ने कहा कि इस ऐप के माध्यम से केन्द्र सरकार सुरक्षा के नाम पर नागरिकों की निजी जानकारी तक पहुँच बनाना चाहती है, जो न केवल अनुचित है बल्कि संवैधानिक अधिकार—निजता—का खुलेआम उल्लंघन है।
विष्णु लोधी ने कहा कि यह ऐप जिस प्रकार कॉल और एसएमएस लॉग, फोटो-फाइल, कैमरा और स्वतः एसएमएस भेजने जैसी अत्यधिक संवेदनशील अनुमतियाँ मांग रहा है, वह किसी भी लोकतंत्र में स्वीकार्य नहीं हो सकता।
ऐप बिना स्पष्ट सहमति के मोबाइल नंबरों को पंजीकृत करता है और उपयोगकर्ताओं की गतिविधियों की गहन निगरानी का मार्ग खोलता है।
उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था “फ्रॉड रिपोर्टिंग” के नाम पर सरकार को नागरिकों की दिनचर्या, संपर्कों और फोन उपयोग की विस्तृत जानकारी देने जैसा है। ऐसा कदम न सिर्फ अविश्वास पैदा करता है बल्कि सरकार की मंशा पर भी गंभीर प्रश्न खड़े करता है।
विष्णु लोधी ने जोर देते हुए कहा कि—
‘यह ऐप नागरिक स्वतंत्रता के लिए गंभीर खतरा है और इसे किसी भी रूप में लागू नहीं किया जाना चाहिए।’
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकार का काम नागरिकों की सुरक्षा करना है, न कि उनकी निजी गतिविधियों पर तकनीकी नियंत्रण स्थापित करना।
ऐसे ऐप देश के भरोसे के माहौल को कमजोर करते हैं और डिजिटल अधिकारों को खतरे में डालते हैं।
अंत में विष्णु लोधी ने कहा कि जनता की निजता सर्वोच्च है, और जब तक इस ऐप की मंशा और पारदर्शिता स्पष्ट नहीं होती—इसका लागू होना पूरी तरह रोका जाना चाहिए।
राजनांदगांव से दीपक साहू की रिपोर्ट




