गरियाबंद : शासकीय राजीव लोचन स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजिम के भौतिकी शास्त्र परिषद द्वारा अनुसंधान में आंकड़ों के विश्लेषण पर कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था प्रमुख डॉ. सी. एल. देवांगन ने दीप प्रज्वलन कर किया और कार्यक्रम के संबंध में कहा कि अनुसंधान गतिविधियों को महाविद्यालय में व्यापक रूप से प्रसारित करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जाना अत्यंत आवश्यक होता है .
डॉ. सी. एल. देवांगन जी ने आगे कहा कि किसी भी विषय में अनुसंधान का महत्वपूर्ण भाग विश्लेषण का ही होता है कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के रूप में डॉ. समीर ठाकर प्राध्यापक भौतिक शास्त्र शासकीय विज्ञान महाविद्यालय रायपुर,ने अपने उद्बोधन में बताया कि अनुसंधान में आंकड़ों को अलग-अलग पैरामीटर के आधार पर विश्लेषण किया जाता है।

आंकड़ों के विश्लेषण के लिए कई तरह के सॉफ्टवेयर का उपयोग भी करके निष्कर्ष तक पहुंचा जा सकता है किसी भी अनुसंधान में कोई भी आंकड़ा महत्वहीन नहीं होता हर आंकड़ों से कुछ ना कुछ निष्कर्ष तक पहुंचा जा सकता है। कार्यशाला में उपस्थित विषय विशेषज्ञ डॉ. एम. एल. वर्मा, प्राध्यापक भौतिक शास्त्र शासकीय डी. बी. गर्ल्स कॉलेज रायपुर ने बताया कि नैनोसाइंस में आंकड़ों को एकत्रित कर ओरिजिन, एम. एस. एक्सेल से वक्र का निर्माण कर विश्लेषण किया जाता है।

आंकड़ों के विश्लेषण में पूरी सावधानी बरतने पर डॉ. वर्मा ने जोर देते हुए बताया कि पूर्व के अनुसंधान पत्रों में जो विश्लेषण हुआ होता उसी के अनुरूप व उससे तुलनात्मक विश्लेषण पर ध्यान केंद्रित कर अनुसंधान की गुणवत्ता को बनाए रख सकते हैं। कार्यशाला में महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. गोवर्धन यदु ने पावर पॉइंट की मदद से अनुसंधान में आंकड़ों के विश्लेषण पर व्यापक व्याख्यान और सुझाव दिए।
उन्होंने कहा कि विज्ञान, कला, वाणिज्य और अन्य विषयों में अलग-अलग तकनीक पद्धतियों का उपयोग कर विश्लेषण की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है विद्यार्थियो ने अनुसंधान के विश्लेष्ण पर अपनी जिज्ञासाओं,सुझावों और विचारों को विषय विशेषज्ञों के समक्ष रखा और कहा कि इस कार्य शाला से हमें अनुसंधान से सम्बन्धित लाभकारी जानकारियां प्राप्त हुई इस कार्यशाला में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन राजश्री देवांगन और आभार प्रदर्शन दुर्योधन निषाद के किया।