3 साल बाद आया नेता जी को होस, हिस्से का किस्सा बना राजनीतिक कंट्रोवर्सी

गरियाबंद : विधानसभा चुनाव के सामने आते ही क्षेत्र मे विभिन्न प्रकार के राजनीतिक पब्लिसिटी स्टंट देखने को मिल ही जाता है।ऐसा ही एक राजनीतिक शिकायत करते दिखे क्षेत्र के कांग्रेसी नेता सुखचंद बेसरा। देवभोग कि जनता के लिए ये अच्छा संकेत है क्योंकि जनता के सामने राजनीतिक कलह ही अंदरूनी बातों को सामने लाती है।

इस राजनीतिक गरमाहट कि खबर से देवभोग कि जनता को खुश होने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि जब तक आप अपने मताधिकार का उचित उपयोग नहीं करेंगे तब तक ऐसे नेता शिकवा शिकायत का ढिंढोरा पिट कर आपको बेवकूफ बनाते रहेंगे। जनपद विकास निधि कि राशि से बने व्यावसायिक परिसर कि निर्माण से लेकर आबंटन मे जिस नेता ने भारी अनियमितता का शिकायत दर्ज कराया है वो खूद लाटरी प्रक्रिय में शामिल रहा।

3 साल तक ऐसी कौन सी परिस्थिति निर्मित हुई कि नेता जी मौनव्रत धारण कर बैठे रहे। देवभोग कि भोली भाली जनता यह शिकायत आपके विकास के पक्ष मे नहीं अपनी व्यक्तिगत आर्थिक क्षति के खिलाफ कि गई शिकायत है। यदि जनपद अध्यक्ष द्वारा या फिर जनपद सीईओ द्वारा कोई भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा था तब नेता जी कांहा थे। वहीं थे जहां सारे कार्य को संचालित किए जाते है वहीं थे जाहां सारे प्रशासनिक फैसले लिए जाते है वहीं थे जहां से यह तय होता है कि हमें क्या करना है और क्या नहीं लेकिन आज 3 साल बित जाने के बाद सुखचंद बेसरा ईमानदार व जागरूक नेता बनते हुए 7 बिंदु मे शिकायत दर्ज कराया।

3 साल तक चूप रहना क्या कोई मूहूर्त का प्रतिक्षा था या फिर अपने सरकार का धौंस दिखा कर कोई नियमविरुद्ध कार्य कराना था। जनपद अध्यक्ष ने कहा सूखचंद बेसरा लगातार सरकार का धौंस दिखाते हुए जनपदसदस्यो के हिस्से के कार्य में भी सेंध लगाने का प्रयास किया।

विवेकानंद युवा प्रोत्साहन के राशि को नियम विरुद्ध निकालने का भी दबाव बनाया गया मूरमी करण के कार्य मे नेता जी का संलिप्तता भी ज्यादा होना बताया जा रहा है। पति के फर्म के बिल के साहारे काम करने कि शिकायत के विषय मे जनपद अध्यक्ष ने कहा मेरे पति एक प्रतिष्ठित व्यापारी है जो एक रजिस्टर विक्रेता हैं जो विक्रय करते है उसका जीएसटी के साथ प्रमाणित बिल उपभोक्ताओं को प्रदान करते हैं।

यदि किसी प्रकार कि गडबड़ी कि गई हो तो जांच करें लेकिन हम सरकार होने का धौंस दिखाने वाले अपाध्यक्ष के दबाव में कोई नियम विरुद्ध कार्य नहीं करेंगे । नेता जी के शिकवे शिकायत कि क्या है रहस्य क्या सरकार होने का धौंस दिखा कर वाकई मे लेना चाहते थे अपने पद का फायदा या फिर लगाये गए भ्रष्टाचार के हिस्से की राशि में हिस्से का है कोई किस्सा यह जांच का विषय है। देवभूमि कि जनता आप क्रिकेट में मस्त रहिए अपनी गिरते हुए विकास और हक कि विकेट कि चिंता मत करिए।

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