शत्रुओं का नाश करने वाली माता बगलामुखी मां जंयती मनाई गई बनखंडी मे
(दिल्ली से नरेश शर्मा की रिपोर्ट) हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में बनखंडी गांव मे मां बगलामुखी देवी धूमधाम से मनाई जाती है महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या के रूप मे देवी बगलामुखी का स्थान कलयुग में भी अत्यंत विशिष्ट है मां बगलामुखी को शक्ति की उग्र स्वरुपा देवी माना जाता है शत्रुओं का नाश भय का अंत और विजय प्राप्ति मे सहायक माना जाता है शुक्ल अष्टमी को मनाया जाता है और इस वर्ष 2025 में यह पावन तिथि 5 मई को सोमवार को जयंती मनाई गई ।
बगलामुखी मां की पूजा अक्सर भक्त विपरीत परिस्थितियों से रक्षा, वाक् और बुद्धि पर नियंत्रण तथा शत्रु बाधाओं को दूर करने के लिए करते है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाभारत युद्ध से पहले भगवान श्रीकृष्ण ने पांडवों को भी मां बगलामुखी की साधना करने को कहा था ताकि वे विजय प्राप्त कर सकें और शत्रुओं का अंत हो।
वहीं बगलामुखी जयंती पर माता की पूजा के लाभ बगलामुखी माता की पूजा करने से शत्रु बाधाओं से मुक्ति मिलती है। वहीं वाद विवाद व न्यायिक मामलों मे भी आपका कार्य सफल होता है आत्मबल, साहस व आत्मविश्वास की वृद्धि होती है जिससे समाज मे आपका मान सम्मान बढ़ता है। मानसिक शांति व आध्यात्मिक शक्ति भी माता की पूजा करने से आपको प्राप्त होता है।