✍️ “छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़” जिला ब्यूरो चीफ सैयद बरकत अली की रिपोर्ट
रायपुर : पश्चिम बंगाल के मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर 15 लाख की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी मूलतः ओडिशा के रहने वाले हैं।
एएसपी अपराध अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि राजेश कुमार दास पिता कान्हू दास (35) निवासी ग्राम पोस्ट जनपड़ थाना बरी रामचंदरपुर जिला जैजैपुर ओडिशा व संजय कुमार दास पिता बीरा किशोर दास (35) ग्राम बीरजापुर पोस्ट रामबाग थाना जैजैपुर ओडिशा वर्तमान पता मेंग्नेटो मॉल कमरा नं 603 तेलीबांधा रायपुर को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने मेग्नेटो मॉल में ब्लू बेरी सर्विस के नाम से एक फर्जी संस्था खोलकर लोगों को मेडिकल में दाखिला में दिलाने का झांसा दे रहे थे। इसी बीच रायपुर तेलीबांधा थाने में खैरागढ़ कवर्धा के रहने वाले संतोष चंद्रवंशी ने पुत्र अभिषेक चंद्रवंशी को मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के लिए संस्था के संचालक कल्पत्रु दास से मोबाइल नंबर पर संपर्क किया । इस पर उसे मिलने के लिए रायपुर बुलाया गया। वे पुत्र के साथ मिलने के लिए रायपुर पहुंचे और संस्था के ऑफिस में संपर्क किया, जहां संचालकों ने पश्चिम बंगाल स्थित गोैरीदेवी मेडिकल कालेज दुर्गापुर में एडमिशन कराने का वादा किया। इस पर संतोष चंद्रवंशी ने झांसे में आकर संचालकों को 15 लाख में से 5 लाख एंडवांस मेें 10 जनवरी 2021 को दे दिए ।
बाहर से दिखाया कॉलेज का भवन और प्रार्थी ने दे दिए 10 लाख
संस्था के कल्पत्रु दास ने संतोष चंद्रवंशी को कोलाकाता में अपने सहयोगियों से मिलवाने का आश्वासन दिया। बाद में युवक के पिता को कोलाकाता में संस्था ब्लू बेरी के दो पार्टनर राजेश दास और संजय दास से भी मिलवाया जहां इन लोगों ने युवक के पिता को गौरीदेवी मेडिकल कॉलेज का भवन बाहर से दिखाया। इसके बाद युवक के पिता बदमाशों की बातों में आ गए और रायपुर में फिर से संस्था के कार्यालय में 10 लाख रुपए और जमा करा दिए । इस बाद आरोपियों ने अप्रैल 2021 तक एडमिशन दिलाने का भरोसा दिया लेकिन एडमिशन नहीं मिला और संपर्क करने पर संस्था के संचालक का फोन बंद बताने लगा ।
दफ्तर लगातार बंद मिला तो कराई एफआईआर
बाद में युवक के पिता रायपुर आकर संस्था के कार्यालय पहुंचे जहां कार्यालय काफी दिन से बंद ही मिला। कार्यालय के लोग रकम लेकर फरार हो चुके थे लिहाजा युवक के पिता ने तेलीबांधा थाने में शिकायत दर्ज कराई । इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी। पुलिस ने संस्था के कार्यालय में दबिश देकर छानबीन की और उपलब्ध नबंरों की जांच की जिसमें बदमाशों के नंबर कोलकाता के मिले । लिहाजा पुलिस ने घेरेबंदी का प्लान बनाकर कोलाकाता में दबिश दी तथा स्थानीय पुलिस के सहयोग से बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।
संचालक कल्पत्रु फरार,पुलिस तलाश कर रही
अब पुलिस इन लोगों से संस्था के माध्यम से कितने और लोगों को से इन आरोपियों ने धोखाधड़ी की है, इसका पता लगा रही है। रायपुर में संस्था का संचालन करने वाला कल्पत्रु फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।