कोरिया : आप सभी माताओं-बहनों से आग्रह है कि बच्चों का देखभाल बहुत ही सावधानी से करें। इन मासूमों को भरपेट पौष्टिक भोजन दें साथ ही आप लोग भी पौष्टिक व ताजा भोजन प्राप्त करें ताकि जच्चा-बच्चा स्वस्थ रहें। हमें हर हाल में जिले से कुपोषण को दूर करना है, यह तभी संभव है, जब आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं तथा बच्चों के माता-पिता इसमें बढ़चढ़कर हिस्सा लेंगे। जिले में 1 सितम्बर से शुरू हुए वजन त्यौहार कार्यक्रम में कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने आज आंगनवाड़ी केन्द्र करजी में यह बात कही।
वजन त्यौहार का मुख्य उद्देश्य जन-जन में कुपोषण के प्रति जागरूकता लाना, प्रत्येक परिवार को उनके बच्चों की सही पोषण स्थिति से अवगत कराते हुए प्रत्येक गांव में कम वजन वाले बच्चों को चिन्हित कर कुपोषण की सही स्थिति का पता लगाना, राज्य में कुपोषित बच्चों की स्थिति का डाटाबेस तैयार करना, कुपोषण विषय पर जन जागरूकता लाना, स्थान विशेष, वर्गों में कुपोषण की पहचान करना जिससे यह भी स्पष्ट हो सके कि किन स्थानों पर और किन कारणों से कुपोषण अधिक है ताकि और उनके लिए विशेष योजना बना सकेंगें। किशोरी बालिकाओं के एनीमिया के स्तर में सुधार लाना है।
आंगनवाड़ी केन्द्र में पढ़ रहे बच्चों ने कविता सुनाकर तथा ताली बजाकर कलेक्टर का किया स्वागत, मासूम बच्चों ने कलेक्टर से पूछे आप कैसे हैं सर, कलेक्टर ने मुस्कराते हुए कहा मैं बहुत अच्छा हूं बच्चों। जिले के सभी 655 आंगनवाड़ी केन्द्रों में वजन त्यौहार का आयोजन किया गया है। आंगनवाड़ी करजी में जाकर कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने 66 बच्चों के वजन व ऊंचाई देखे, जिसमें अधिकांश बच्चे आदर्श स्थिति में थे।
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने मिलेट्स से तैयार 9 बच्चों को खीर भी खिलाया तथा बड़ी संख्या मंे उपस्थित ग्रामीण महिला एवं महिला स्व-सहायता समूह के कार्यकर्ताओं से कहा कि बच्चों को गरम-ताजा व पौष्टिक भोजन ही दें तथा 5 गर्भवती माताओं को गोदभराई रस्म में उपहार भी दिए तथा उनसे कहा कि आप लोग पौष्टिक भोजन करें ताकि नवजात बच्चे को सही खुराक मिले।
आपको बता दें कि, मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत पूरे प्रदेश में कुपोषण व एनीमिया के खिलाफ लगातार लड़ाई जारी है। जिले में 1 सितम्बर से 30 सितम्बर तक ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ व ‘पोषण अभियान’ के तहत गर्भवती महिला, धात्री माता, किशोरी बालिका एवं 6 वर्ष तक के बच्चों में समग्र पोषण संबंधित परिणामों में सुधार लाने हेतु प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत संपूर्ण स्तनपान एवं ऊपरी आहार, स्वस्थ बालक स्पर्धा, पोषण भी पढ़ाई भी, मिशन लाइफ अंतर्गत पोषण गतिविधियां, मेरी माटी मेरा देश, जनजातिय केन्द्रित पोषण संवेदना एवं एनीमिया की रोकथाम और प्रबंधन जैसे थीम है।
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने अपील करते हुए कहा कि 0 से 6 वर्ष के बच्चो के माता-पिता नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर अनिवार्य रूप से बच्चों का वजन कराएं और पोषण स्तर को जानने का प्रयास करें। जिले के आंगनबाडी केन्द्रों में बच्चों का वजन लिया जा रहा है। कुपोषण बच्चों में व्याप्त एक बीमारी है, जिसके होने से बच्चों का शारीरिक विकास पूर्ण रूप से नहीं हो पाता।
1 सितंबर 2023 से 13 सितंबर 2023 के मध्य आयोजित वजन त्यौहार में नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर बच्चों का वजन कराकर उनके पोषण का स्तर की जानकारी प्राप्त किया जा सकता है। 0 से 6 वर्ष के सभी बच्चो को माता-पिता के द्वारा उपस्थित होकर कलस्टर में वजन करा सकते हैं और पोषण स्तर को जाना जा सकता है।