ब्रेकिंग न्यूज़ -रक्षक ही जब असहाय बन जाएं: आठवीं बटालियन में आधी रात को 5 पुलिसकर्मियों के घरों में चोरी

रिपोर्टर – शशिकांत सनसनी राजनांदगाँव छत्तीसगढ़

ये विडंबना नहीं तो और क्या है?

जहां से अपराधियों को डरना चाहिए, वहां अब चोर बेखौफ घुसकर ‘तमाशा’ कर रहे हैं। जी हां, बात हो रही है राजनांदगांव की आठवीं बटालियन की, जहां पुलिसकर्मियों के घरों में ही बीती रात चोरों ने धावा बोल दिया। 5 घरों के ताले तोड़कर लाखों की चोरी कर ली गई, और चोर आराम से निकल भागे।

🎯 दो साल पहले भी हुआ था ऐसा ही दुस्साहस

ठीक दो साल पहले इसी क्षेत्र में एक ही रात में आठ घरों में चोरी हुई थी, और हैरानी की बात ये है कि आज तक वह मामला सुलझ नहीं पाया। अब फिर वैसी ही घटना का दोहराव पुलिस के लिए शर्मिंदगी का विषय बन गया है।

🏠 चोरी पुलिस वालों के ही घरों में

चोरी की इस वारदात ने एक गहरा सवाल खड़ा कर दिया है — जो पुलिस अपने ही घरों को नहीं बचा सकी, वह आम जनता की सुरक्षा कैसे करेगी? सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि चोर किस तरह बेखौफ होकर घुस रहे हैं और सामान समेट कर चले जाते हैं। रहवासी हाथ पर हाथ धरे तमाशा देख रहे हैं, और रक्षक खुद असहाय दिख रहे हैं।

📣 स्थानीय लोगों में आक्रोश

रहवासियों का कहना है कि बटालियन क्षेत्र में चोरी अब आम बात हो गई है। सुरक्षा के नाम पर सिर्फ गेट है, पर कोई निगरानी नहीं। लोगों ने मांग की है कि पुलिस प्रशासन को अपनी व्यवस्था पर पुनर्विचार करना चाहिए और दोषियों को जल्द पकड़ा जाए।

 सवाल जस का तस — क्या अब चोरों से भी डरने लगे हैं रक्षक?

आठवीं बटालियन की यह घटना न केवल सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह दर्शाती है कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हो चुके हैं। अब देखना यह है कि क्या पुलिस इस बार कुछ कर दिखाएगी, या फिर यह मामला भी दो साल पुराने केस की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा?

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