मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम को सही नहीं लिख पाया बैंक व प्रशासन.. आमंत्रण कार्ड में गंभीर गलतियो को लेकर उठ रहे हैं सवाल

दीपक साहू, राजनांदगांव : पूर्व मुख्यमंत्री तथा राजनांदगांव विधायक डॉ रमन सिंह के विधानसभा क्षेत्र भर्रेगांव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसान सम्मेलन शिरकत कर आगामी चुनावी तैयारी में जुट गए हैं। 2 फरवरी 2023 को भर्रेगांव में किसान अन्नदाता सम्मेलन प्रातः 11:00 बजे से प्रारंभ होगा।

यह सम्मेलन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य तथा प्रभारी मंत्री, खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता तथा दुर्ग के जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष राजेंद्र साहू, पूर्व विधायक प्रतिमा चंद्राकर, पूर्व साडा अध्यक्ष लक्ष्मण चंद्राकर के अतिविशिष्ट आतिथ्य तथा लगभग 68 विशिष्ट अतिथियो की उपस्थिति में संपन्न होगा। इसके लिए जिला सहकारी केंद्रीय बैंक राजनांदगांव के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुधीर सोनी द्वारा कलरफुल आमंत्रण कार्ड बनवाया गया है और जनप्रतिनिधियों सहित विशिष्टगणों को आबंटित भी कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम को सही नहीं लिख पाया बैंक व प्रशासन.. आमंत्रण कार्ड में गंभीर गलतियो को लेकर उठ रहे हैं सवाल

इस आमंत्रण कार्ड मे हुई गलतियो को लेकर कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं। जिसमें बैंक सीईओ, बैंक अध्यक्ष सहित जिला प्रशासन तथा कांग्रेसी नेताओं की लापरवाही सामने आई है। आमंत्रण कार्ड में प्रदेश के मुखिया तथा तेजतर्रार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम मे शब्द मात्रा का सही उपयोग नहीं किया गया है यह अपने आप में गंभीर गलती है। इस कार्ड को बनवाने वाले बैंक सीईओ तथा बैंक अध्यक्ष के अलावा जिले के प्रमुख कलेक्टर ने भी इस कार्ड का अध्ययन करना भी जरूरी नहीं समझा और सभी अतिथियों सहित गणमान्य नागरिकों सहित विभिन्न अधिकारियों तक भी कार्ड बंटवा दिया है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम को सही नहीं लिख पाया बैंक व प्रशासन.. आमंत्रण कार्ड में गंभीर गलतियो को लेकर उठ रहे हैं सवाल

इस कार्ड को अभी तक किसी ने अध्ययन कर यह गलतियां देखी है यह तो पता नही चल पाया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम को जिस गलत तरीके से लिखा गया है। वह अपने आप में हास्य पद हो गया है यह सामान्य गलती नही है। इसी तरह विशिष्ट अतिथियों में रफीक खान के पदनाम को मुख्य आयुक्त स्काउट एंड गाइड के जगह मखूय आयुक्त स्काउट एंड गाइर्ड लिखा गया है। मदन साहू को पूर्व अध्यक्ष जनपद पंचायत डागेरगांव बताया गया है जबकि यह पूर्व उपाध्यक्ष डोंगरगांव जनपद पंचायत रहे हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम को सही नहीं लिख पाया बैंक व प्रशासन.. आमंत्रण कार्ड में गंभीर गलतियो को लेकर उठ रहे हैं सवाल

इसी तरह हफीज खान को सदस्य अल्पसंख्यक आयोग छग शासन लिखा गया है जबकि वह वर्तमान मे उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग छग शासन है। छत्तीसगढ के संधर्षशील व्यक्तित्व चंदूलाल चंद्राकर की पुण्य स्मृति दिवस पर भर्रगांव ग्राम विकासखंड राजनांदगांव में आयोजित अन्नदाता किसान सम्मेलन को लेकर सवाल उठना कही न कही अव्यवस्था को संदेश दे रहा हैं । इस आमंत्रण कार्ड में अतिथि, विशिष्ट अतिथि उनके पदनाम स्थान आदि को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों और वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति मे तैयार कार्ड मे ऐसी गलतियां होना बहुत कुछ बताता है।

इस आयोजन में आनन-फानन में लगभग 68 विशिष्ट अतिथियो का नाम हैं। राजनांदगांव जिले में आयोजित इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि में खैरागढ़ गंडई छुईखदान चौकी आदि जगह के लोगों को भी स्थान दिया गया है। कई ऐसे नाम भी विशिष्ट अतिथि में जोड़ दिए गए हैं । जो इस कार्यक्रम में अतिथि बनने की पात्रता नहीं रखते हैं। इस विशिष्ट अतिथि में कई ऐसे भी नाम है जिसकी भी चर्चा चल रही है।

विशिष्ट अतिथि में कमलेश वर्मा का नाम है जो विधायक प्रतिनिधि व पूर्व जनपद सभापति डोगरगढ है। यह किस विधायक के प्रतिनिधि हैं। यह उल्लेख नहीं है और इसमें भी त्रुटि कर अंकित किया गया है यह पवू जनपद सभापति डूंगरगढ़ छपा है। इसमें पूर्व की जगह पवू लिखा गया है। यह भी लगता है कि सबको खुश करने के चक्कर में कृषि मंडी सदस्य और कई नेताओं को समाजसेवी बताकर जबरन विशिष्ट अतिथि के लाइन में शामिल कर दिया गया।

मंच को लेकर टेशन, एक विवादास्पद नेत्री भी अतिथि

इस समारोह मे कांग्रेस की एक नेत्री भी विशिष्ट अतिथि की सूची में शामिल की गई है। जिसका आए दिन विवादों से हमेशा नाता रहा है और जिसकी शिक्षा दीक्षा और कार्यों को लेकर मामला न्यायालय में चल रहा है और अपने कारनामों से कांग्रेस पार्टी को इन्होंने क्षति पहुंचाने में कसर नहीं छोड़ी है।

मुख्यमंत्री के अधिकारी भी आयोजन मे मंच को लेकर चितित है। इस किसान अन्नदाता सम्मेलन में 68 विशेष अतिथि, तीन अति विशिष्ट अतिथि, मुख्य अतिथि और अध्यक्ष सहित कुछ अधिकारी यानी लगभग 80 से ज्यादा अतिथियों के मंच पर उपस्थिति को लेकर मुख्यमंत्री की सुरक्षा व व्यवस्था की चिंता करने वाला अधिकारी भी टेशन में है पर कुछ कह नही पा रहे है। भर्रेगांव में समारोह के मंच को बनवाने वाले पीडब्ल्यूडी विभाग भी टेंशन में है कि इतने सारे अतिथियों का बोझ मँच कैसे संभाल पाएगा।

इस बात को लेकर भी चर्चा चल पड़ी है कि सबकोखुश करने के चक्कर में आयोजको ने मुख्यमंत्री के पहले और अच्छे कार्यक्रम को मटियामेट कर मुख्यमंत्री के अधिकारियों को सुरक्षा की चिंता मे डाल दिया है। इस मामले में जिला प्रशासन के प्रमुख कलेक्टर डोमन सिंह ने भी सोचने की भी जरूरत नहीं समझी कि मुख्यमंत्री के गरिमामय कार्यक्रम की कैसी व्यवस्था होनी चाहिये। इस कार्यक्रम में अतिथियों सहित अन्य आगुन्तको के मंच पर होने से मंच की क्या स्थिति होगी ,यह बडा सवाल है।

यह सब देख कर ऐसा भी लग रहा है कि जिला प्रशासन तथा बैंक सीईओ सहित बैंक अध्यक्ष और अन्य कांग्रेस नेता इस किसान सम्मेलन को लेकर गंभीर नहीं है। जिसके चलते आनन-फानन आधी अधूरी तैयारी व समितियो व अन्य जगह नोटा माइसिन टेबलेट के चलते अव्यवस्था फैली है।

इस किसान सम्मेलन में 48 से ज्यादा किसानों को पैरादान करने के चलते उन्हें मुख्यमंत्री द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करेंगे वही जिले के 10 समिति प्रबंधक को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करने की तैयारी की गई है। मुख्यमंत्री भर्रेगांव मे करोडो रुपये के विकास की सौगात देंगे। इसको लेकर भी ग्राम वासियों में उत्साह का वातावरण है। मुख्यमंत्री की शिकायत से बचने के लिए 2 दिन पहले यहां प्रशासन ने राजस्व प्रकरण के लिए चौपाल लगाकर डैमेज कंट्रोल करने का प्रयास किया है परंतु यहां की समस्याएं बहुत सारी है जिसको लेकर भी ग्रामवासी मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बात रख सकते हैं।

प्रबंधको के चयन पर हो रही चर्चा

भर्रेगांव के किसान सम्मेलन में घुमका के समिति प्रबंधक गजेंद्र भारद्वाज ,पनिया जॉब के भीकम जैन ,तुमड़ी बोर्ड के छबिल निषाद, सुरगी के जितेंद्र चंद्राकर अर्जुनी के लिखन सोनकर, सड़क चिरचारी के मुकेश मिश्रा, खुज्जी के ईश्वर मंडावी, बिचारपुर के गंगा राम साहू ,सीतागोटा के प्रकाश भैसारे, ढाबा के हुपेंद्र देशमुख को स्मृति चिन्ह देकर मुख्यमंत्री सम्मानित करेंगे। इन समिति प्रबंधकों के चयन को लेकर अन्य प्रबंधकों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है।

जिसमें यह भी कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री से सम्मानित करने के पहले समिति प्रबंधक का निष्पक्षता से चयन नही किया गया है और नोटा माइसिन टेबलेट के चक्कर में खास नामों का चयन की चर्चा भी सामने आ रही है।यह भी चर्चा है कि मुख्यमंत्री से सम्मानित होने वाले समिति प्रबंधकों में कुछ ऐसे भी नाम हैं। जिनके खिलाफ कुछ न कुछ जांच चल रही है और कुछ मामले को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्रवाई की थी आनन-फानन में ऐसे समिति प्रबंधक को भी शामिल कर मुख्यमंत्री से सम्मानित करने को लेकर चर्चाएं गंभीर हो चली है। आमंत्रण कार्ड में हुई गलती की खबर मुख्यमंत्री कार्यालय तक भी पहुंच गई है और इस को लेकर मुख्यमंत्री भी गंभीर हो गए हैं ऐसा पता चला है। बताया जाता कि विपक्षी पार्टी भाजपा व आप इस मुद्दे को आयोजन के बाद उठा सकते हैं।

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