*✍️सोलर पम्पों के द्वारा नदी नालों से तालाब भराई परियोजना ग्राम भन्सुली बरबसपुर एवं रेंगाकठेरा में हुआ भूमिपूजन-*
*प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय श्री भूपेश बघेल जी के ग्राम सुराजी अभियान के चार स्वर्णिम आधार स्तंभ नरवा गरवा घुरवा बारी के तहत नालों (नरवा) में स्टॉप डेम बनाकर व्यर्थ बह जाने वाले पानी को सहेज कर सोलर पंपों के माध्यम से ग्राम के तालाबों एवं बाँधो को भरने की परियोजना के भूमि पूजन का कार्यक्रम माननीय श्री भूपेश बघेल जी मुख्यमंत्री (छ. ग.) के प्रतिनिधि के रूप में जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक साहू जिला पंचायत सभापति दुर्गा कमलेश नेताम जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रामबाई गजानंद सिन्हा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष देवेंद्र चंद्रवंशी जनपद पंचायत पाटन सभापति श्री दिनेश साहू जनपद जनपद पंचायत पाटन सभापति श्री रमन सिंह टिकरिहा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर जी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष कमलेश नेताम ब्लॉक कॉंग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष कमलेश वर्मा के आतिथ्य में विधि-विधान पूर्वक संपन्न हुआ।
*कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय अशोक साहू जी ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री जी की दूरदर्शिता का परिणाम ही है कि आज हमारे आस पास उपलब्ध स्रोतों से ही फसलों की सिंचाई में होने वाली समस्या का समाधान होने जा रहा है बरसात के दिनों में नालों से जो पानी व्यर्थ बह जाता था उसे जमा कर सोलर पंपों के माध्यम से तालाब एवं बांधों में भरा जाएगा एक और इससे सिंचाई होगी वहीं दूसरी ओर भूमिगत जल का भी पुनर्भरण होगा औऱ जलस्तर में सुधार आएगा क्रेडा के माध्यम से तीनों गाँवो में लगभग 3.50 करोड़ रुपये के लागत से सौर पंप संयंत्र के माध्यम से सैकड़ों कृषकों को इसका लाभ मिलेगा,
*जनपद पंचायत पाटन के सभापति माननीय श्री दिनेश साहू जी ने कहा के यशस्वी मुख्यमंत्री जी किसान पुत्र है जो किसानों का सभी माध्यमों से सुदृढ़ करने हेतु हमेशा प्रयासरत रहते हैं फसलों की सिंचाई के लिए एक नवीन माध्यम की उपलब्धता अंचल के किसानों को मिलने जा रही है सिंचाई के लिए नहरों पर निर्भरता की वजह से आखरी छोर तक कम मात्रा में पानी पहुंच पाता था जिससे खेती तो पीछे होती ही थी वरन लागत भी बढ़ जाती थी एवं उत्पादन भी घट जाता था परंतु अब यह सोलर पंप ग्राम के तालाबों एवं बाँधो को नाले के पानी से भरेंगे एवं तालाबों से खेतों में सिंचाई का पानी उपलब्ध होगा फसलों के पकने के समय अंतिम सिंचाई में मुख्यतः समस्या होती थी जिसका समाधान माननीय मुख्यमंत्री जी एवमं उनके ओएसडी जी ने सोलर पम्पों की सौग़ात से किया है।