पाटन : नहीं थम रहा पेड़ों की अवैध कटाई और अवैध परिवहन का कारोबार

पाटन/संतोष देवांगन :  पाटन क्षेत्र में प्रतिबंधित पेड़ो की अवैध कटाई और उसका अवैध परिवहन करने का कार्य रुक ही नहीं रहा है। खर्रा से असोगा के पास प्रतिबंधित पेड़ो की कटाई धड़ल्ले से की जा रही हैं। लकड़ी कटाई करने वाले किसी तिवारी का बता रहे थे जब कैमरा निकाला गया तो भागने लगे। लकड़ी दलाल ठेकेदार पेड़ो की कटाई करने वाले मजदूरों को सीखा दिया रहता है कि यह खेत किसान का है और उसे पैसों की जरूरत है तो वह व्यक्ति अपने खेत के मेड़ में जो पेड़ है उसे वह काटने कहा है।


रानीतराई मार्ग में खर्रा के पास हो रही इस कटाई की जानकारी डिप्टी रेंजर को फोन पर दी गई जिस पर उनके विभाग के कर्मियों द्वारा उक्त वाहन पर निगरानी रखने और उन पर कार्रवाई करने की बात कही गई । बता दें कि ‘छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़’ अवैध कटाई, अवैध परिवहन, अवैध खनन के संबंध में लगातार संबंधित विभागीय अधिकारियों को सूचना दे कर कार्रवाई की ख़बरे भी प्रकाशित कर रही हैं । फिर भी न जाने अवैध कारोबार करने वाले लोगों को आखिर किनकी संरक्षण मिल रहा है जिसके चलते इनकी हौसले बुलन्द हो रहा… यदि अवैध परिवहन वाहनों का लगातार राजसात हो तो शायद यह गोरख धंधा बंद हो सकता है।



लेकिन सोचने वाली बात यह है कि पैसों की जरूरत तो सभी को है पर सभी किसान इस तरह से अपने खेतों की प्रतिबंधित हरे भरे विशाल वृक्षों को काटना चालू कर देंगे तो चंद दिनों में ही यहां से वृक्षों का नामोनिशान मिट जाएगा फिर भला उन किसानों को ही ऑक्सीजन कहा से उपलब्ध होगा। राज्य की भूपेश सरकार किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने कई योजनाएं चला रहे है इससे किसानों को काफी आर्थिक लाभ भी मिल रहा है लेकिन लकड़ी दलालों के चंद रुपयों की लालच में वे वर्षों से उस किसान को ऑक्सीजन और छाया दे रहे है वे ऐसे वृक्षों को कसाई के हवाले कर बेदर्दी से कटवा रहे हैं। फारेस्ट अधिकारी कार्रवाई तो कर रहे हैं फिर भी कहीं न कहीं कानून व्यवस्था में कमी और चापलूसी संरक्षण के चलते यह अवैध कटाई और अवैध परिवहन का कार्य धड़ल्ले से जारी है।

Advertisement

ताज़ा खबरे

Video News

error: \"छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़\" के कंटेंट को कॉपी करना अपराध है।