रायपुर/संतोष देवांगन : स्पॉट बिलिंग और मीटर रीडिंग करने के लिए 6 हजार के करीब कर्मचारी अब बेरोजगार हो जाएंगे। जो एक गंभीर स्थिति है।उन्होंने स्मार्ट मीटर नियमितीकरण और मानदेय में वृद्धि जैसी अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। रीडर कर्मचारियों ने 1 मई से काम बंद किया हुआ है। जिसके चलते अब छत्तीसगढ़ प्रदेशभर में बीते तीन दिनों से मीटर रीडिंग का काम पूरी तरह बंद पड़ा है।.शेष नीचे 👇👇👇
वही छत्तीसगढ़ स्पॉट बिलिंग और मीटर रीडिंग श्रमिक ठेका कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष देवलाल पाटले ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगने का काम आगे बढ़ रहा है. इस प्रकिया के बाद सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगने शुरू हो जाएंगे। जिससे बिजली कंपनियों को मीटर रीडर्स की जरूरत नही पढ़ेगी इससे कर्मचारियों का काम पूरी तरह खत्म हो जाएगा. हमने 3 सूत्रीय मांग बिजली कंपनी के प्रबंधक के सामने रखी है. जिसमें 62 साल तक जॉब सिक्युरिटी, मानदेय में वृद्धि और सरकार की चुनावी घोषणा के अनुसार नियमितीकरण जैसी मांगें हैं।.शेष नीचे 👇👇👇
इस मामले में मीटर रीडिंग श्रमिक ठेका कर्मचारी महासंघ रायपुर के जिलाध्यक्ष राजेश साहू ने बताया की स्पॉट बिलिंग और मीटर रीडर्स महासंघ ने बीते दिनों अपने भविष्य की चिंता को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों से बातचीत की थी। लेकिन कोई लिखित में जवाब नहीं मिलने के चलते 21 अप्रैल को नवा रायपुर के तूता मैदान में धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमें 1 मई से काम बंद करने के लिए ज्ञापन भी दिया गया था मगर जवाब न मिलाने पर कर्मचारियों का पिछले 3 दिनों से काम बंद कर हड़ताल में है। यदि यही स्थिति बनी रही तो लोगों के घरों में बिजली बिल आने में देरी होगी और इससे बिजली उपभोक्ताओं को एक साथ मीटर रीडिंग के चलते अधिक भुगतान करने का सिरदर्द भी होगा।