धनतेरस के दिन लोग घर में चांदी के सिक्के और बर्तन लाते हैं, भीलवाड़ा जिले में महिलाएं सुबह उठ कर खाली बर्तन लेकर घर से निकलती हैं और मिट्टी की पूजा कर अपने साथ मिट्टी ले आती हैं, यहां माना जाता है कि मिट्टी में लक्ष्मी का वास होता है, घर में जितनी मिट्टी लाई जाएगी उतना ही लक्ष्मी का प्रवेश होगी और धन संपदा आएगी, दिवाली से दो दिन पहले आने वाले धनतेरस पर्व पर भीलवाड़ा के हिंदू समाज में लाल मिट्टी को पवित्र मानकर उसकी पूजा की जाती है।
रास्ते में वे एक स्थान पर रुककर विश्राम करती हैं, महिलाएं मिट्टी पूजने के लिए घर से पूजा का सामान लेकर निकलती हैं, फिर मिट्टी पूजन कर उसे घर ले जाती हैं, एक अन्य महिला सुनीता शर्मा ने बताया कि मिट्टी को पूजने के लिए महिलाएं दीपक, कुमकुम, जल, अगरबत्ती और धान के रूप में गेहूं लेकर जाती हैं और मिट्टी की पूजा करती हैं।
इंसान मिट्टी से बना है और मिट्टी में ही खत्म हो जाता है, इसलिए इंसान का मिट्टी से गहरा नाता रहा है, यह नाता कई परंपराओं के रूप में सामने आता है, मिट्टी से ही हमें जीवन के लिये सभी जरूरी तत्व मिलते हैं, लिहाजा भीलवाड़ा के लोग अगर मिट्टी को ही धन मानते हैं, तो इसमें हैरत क्या है।