दुर्ग : छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना परिचय का मोहताज नही छत्तीसगढ़ की संस्कृति परम्परा को बनाये रखने के लिए छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना पूरा प्रदेशभर में लगातार संगठन विस्तार कर रही है। ज्ञात हो कि यह प्रदेश की एकलौती ऐसी संगठन है जिन्होंने नामुमकिन को मुमकिन कर रायपुर के बूढ़ातालाब में कांशा से पुरखादेव बूढ़ादेव का विस्व का सबसे बड़ा 71 फ़ीट ऊंचा स्वरूप बनाने प्रदेश भर में बूढ़ादेव यात्रा निकालकर पूरा छत्तीसगढ़ के गाव गाव से काँसादान लिया।
जो अबतक की इतिहास की सबसे बड़ा महाउदीम के रूप में विस्वकीर्तिमान बना हुआ है। कांशा दान आज भी चल रही है लोग आज भी क्रान्ति सेना के सेनानियों पदाधिकारियों को बुलाकर काँसादान कर रहे है इसी बीच पाटन के एक फूल व्यापारी लोकेश पटेल फूल भंडार के मालिक ने पवित्र कांशा का दान किया और साथ ही जबर हरेली रैली में भी सहयोग प्रदान किया।
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना पाटन के पदाधिकारियो ने कहा कि एकबार फिर छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना पूरे धूमधाम के साथ छटवा वर्ष प्रदेश स्तरीय जबर हरेली रैली का आयोजन 16 जुलाई को भिलाई में करने जा रही है जिसमे प्रदेश भर के 7 लाख लोग उपस्थित होंगे। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के सभी छत्तीसगढ़िया सगाजनो को नेवता-पाती देकर 16 जुलाई के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नेवता दिया गया।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से छत्तीसगढ़ संस्कृति की झलक – नाचा गम्मत, बैल गाड़ी जुलूस, वनांचल गेड़ी नृत्य, सुवा नृत्य, पंथी नृत्य, बस्तरिहा मांदरी नृत्य, कमार नृत्य, डंडा नृत्य, अखाड़ा प्रदर्शन , राऊत नाच, छत्तीसगढ़ पुरखा की झांकी, छत्तीसगढ़ महतारी की झांकी, प्रदेश स्तरीय बूढ़ादेव रथ भी इस कार्यक्रम में सामिल होगी। रैली सुबह 11 बजे से स्थान- जेपी चौक सतनाम भवन सेक्टर 6 भिलाई से सुरु होकर दशहरा मैदान रिसाली में आकर आम सभा के रूप में परिवर्तित हो जाएगी, तदउपरांत अथिति उद्बोधन अतिथि सम्मान के पश्चात सायंकाल 7 बजे छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम लोकरंग अर्जुन्दा की अनुपम प्रस्तुति होगी।