बालोद ; कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने नशापान को समाज के लिए अभिशाप बताते हुए जिले में मादक पदार्थों के अनाधिकृत व्यापार व्यवसाय पर रोक लगाने हेतु प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जिससे वर्तमान एवं आने वाली पीढ़ी को नशापान से दूर रखा जा सके। कलेक्टर श्री चन्द्रवाल स्वापक मनः प्रभावी पदार्थों का अनाधिकृत व्यवसायियों का व्यापक एवं प्रभावी नियंत्रण हेतु आज संयुक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में संबंधित विभाग के अधिकारियों को उक्ताशय के निर्देश दिए हैं। बैठक में एसपी श्री एसआर भगत, उप पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर, संचालक समाज कल्याण विभाग सहित शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, आबकारी, खाद्य, औषधि एवं ड्रग नियंत्रण विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर श्री चन्द्रवाल ने जिले के दूरस्थ वन क्षेत्रों में अवैध गांजा एवं अन्य मादक पदार्थों की खेती पर बीट गार्ड/फाॅरेस्ट गार्ड के माध्यम से सतत् निगरानी रखने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने इस संबंध मंे जानकारी संज्ञान में आने पर तत्काल उचित कार्रवाई करने तथा टीम के सदस्यों के साथ मिलकर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के चिह्नांकित स्थलों में नशामुक्ति के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए हैं। बैठक में कलेक्टर ने समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक से जिले में संचालित नशामुक्ति केन्द्र के वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली।
समाज कल्याण विभाग के उप संचालक ने जिला मुख्यालय बालोद के समीपस्थ ग्राम पाररास में नशामुक्ति केन्द्र स्थापित होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पाररास नशामुक्ति केन्द्र में भर्ती होने वाले चिकित्सकों के द्वारा जाँचकर उनका समुचित उपचार की जाती है। उप संचालक समाज कल्याण विभाग ने पाररास नशामुक्ति केन्द्र में डाॅक्टरों के अलावा समुचित कार्यरत होने की जानकारी दी।
श्री चन्द्रवाल ने जिला आबकारी अधिकारी को जिले में गुजरने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग एवं राज्यमार्गों के समीप स्थित हाॅटल एवं ढाबों में मादक पदार्थों की बिक्री रोकथाम सुनिश्चित कराने हेतु नियमित रूप से हाॅटल एवं ढाबों की जांच कराने के निर्देश दिए। बैठक में श्री चन्द्रवाल ने फूड एवं ड्रग इंसपेक्टर को नशीली दवाओं के उत्पादन, विक्रय, रखरखाव आदि के संबंध में एजेंसियों के प्रतिमाह सरप्राईज जाँच करने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने फूड एवं ड्रग इंसपेक्टर को जिले में संचालित मेडिकल स्टोर्स की नियमित जाँच करने को कहा।
कलेक्टर ने उप संचालक समाज कल्याण विभाग तथा शिक्षा एवं अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों को मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले हानि के संबंध में आम जनता में जागरूकता लाने हेतु नियमित रूप से नशामुक्ति कार्यक्रम आयोजित करने के भी निर्देश दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री एसआर भगत ने भी जिले में मादक पदार्थों के अनाधिकृत व्यापार-व्यवसाय पर रोकथाम के उपाय सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की।
उन्होंने बैठक में उपस्थित वन विभाग के अधिकारियों को दूरस्थ वन क्षेत्रों में स्थापित वन विभाग के जांच नाकाओं में नियमित रूप से इन मार्गों से गुजरने वाली वाहनों की जांच कर गांजा इत्यादि मादक पदार्थों के अवैध तस्करी को रोकने हेतु प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने को कहा। इसके अलावा उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को शाला परिसर के आसपास भी मादक पदार्थों की बिक्री पर रोकथाम सुनिश्चित कराने हेतु समुचित व्यवस्था करने को कहा। इस दौरान बैठक में उपस्थित अधिकारियों के द्वारा भी जिले में मादक पदार्थों के अवैध व्यापार-व्यवसाय पर रोक लगाने के उपायों के संबंध में आवश्यक सुझाव दिए।