जशपुर : जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में खेलने पहुंची हुई छात्राओं को जंगल में लाकर उनके सामने ही सचिवों के द्वारा शराब पीने का मामला सामने आ रहा है। यह मामले फैलते ही आयोजन की सुरक्षा पर सवालिया निशान उठने लगा है। जिससे आयोजकों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में खेलने हेतु लाने का जिम्मा ग्राम पंचायत के सचिवों को दिया गया है।
ग्राम पंचायत के सचिवों द्वारा छात्राओं को अपनी सुविधा के अनुसार उचित वाहनों से लाया जा रहा है इस क्रम में बगीचा ब्लॉक से ग्राम पंचायत महुआ के सचिव श्रवण यादव और ग्राम पंचायत लोरो के सचिव मंतू भगत ने (CG15 DV 6071) वाहन से छात्राओं को आयोजन में शामिल होने लाया गया था। इस बिच दोनों सचिव छात्राओं को खेल ग्राउंड के बजाए सोगड़ा के भैरव पहाड़ के जंगल ले गए और जंगल में ही उनके बीच बैठकर शराब पीने लगे। आसपास के ग्रामीणों ने जब छात्राओं काे अपने पास बिठाकर शराब पीते सचिवों काे देखा तो ग्रामीण यह नजारा देख भड़क उठे और सभी को गांव ले जाकर बैठा दिया।
गांव वालो ने बताया कि सोगड़ा के भैरव पहाड़ के पास वाहन क्र. (CG15 DV 6071) को काफी देर से खड़ी थी। इस वाहन पर काफी संख्या में खिलाड़ी छात्राओं को बैठे हुए सड़क किनारे से ही गांव वालो ने देखा था। देर तक वाहन को उसी स्थान पर खड़ी देख आसपास के लोगों को शक हुआ कि कहीं छात्राओं के साथ कुछ गलत तो नहीं हो रहा है। इस शक पर जब गांव वाले वाहन के पास पहुंचे तो वहां का नजारा देख ग्रामीण दंग रह गए।
छात्राएं वाहन के बाहर जमीन पर बैठी हुई थीं और नमकीन खा रहीं थीं। और उन्ही के पास बैठकर दो व्यक्ति शराब पी रहे थे। इन व्यक्तियों से पहचान पूछी गई तो एक ने खुद को ग्राम पंचायत महुआ का सचिव श्रवण यादव और दूसरे ने खुद को ग्राम पंचायत लोरो का सचिव मंतू भगत बताया। गांव वालो ने पूछा तो श्रवण यादव और मंतू भगत ने बताया कि वे बगीचा ब्लॉक से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में खिलाड़ियों को लेकर आए थे। उनके इस कारनामे से ग्रामीण बहुत दुखी हुए और सभी को जंगल से हटाकर बस्ती में ले गए। यहां काफी देर तक उन्होंने ग्रामीणों को बिठाए रखा। इस मामले की जांच की जाएगी। यदि ऐसा है तो यह बेहद गंभीर मामला है। इस मामले में दोनों सचिवों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विनोद सिंह, सीईओ, जनपद पंचायत बगीचा।