दुर्ग : दुर्ग जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जिनमें से भिलाई नगर निगम क्षेत्र व दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम के अमले द्वारा डेंगू से संबंधित नियंत्रण व रोकथाम का कार्य निरंतर किया जा रहा है। विगत 8 सितम्बर 2023 को कुल 06 नये प्रकरण डेंगू एलिजा पॉजिटिव के मिले, जिसमें से भिलाई नगर निगम क्षेत्र से सेक्टर 1 से 02, सेक्टर-2 से 01, सेक्टर-4 से 01, मरोदा से 01, बजरंग पारा भिलाई 3 से 01 का रहवासी है।…शेष 👇👇नीचे…
वर्तमान में 13 मरीज भर्ती है एवं कोई भी मरीज की गंभीर स्थिति नहीं है। मरीजों के निवास क्षेत्रों में घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले द्वारा मॉस्किटों सोर्स रिडक्शन का कार्य दैनिक रूप से किया जा रहा है। श्री के.के.यादव, महाप्रबंधक, श्री व्ही.के. भोंडेकर, वरि. प्रबंधक, श्री आर.के.गुप्ता, वरि. प्रबंधक, जनस्वास्थ्य विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र की टीम के द्वारा लगातार डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में लार्वा नष्टीकरण एवं एडिस मच्छर को नष्ट करने के लिए फागिंग का कार्य किया जा रहा है, इसके आलावा नगर निगम भिलाई की टीम द्वारा डेंगू प्रभावित क्षेत्र आनंद विहार, राधिका नगर में लार्वा नष्टीकरण एवं फागिंग का कार्य किया गया है। उसी प्रकार देवबलौदा चरोदा और बजरंगपारा भिलाई 3 में भी लार्वा का नष्टीकरण किया गया।…शेष 👇👇नीचे…
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री जे.पी. मेश्राम से प्राप्त जानकारी अनुसार जिला मलेरिया कार्यालय की टीम द्वारा डेंगू प्रभावित क्षेत्र सेक्टर 1, 2, 4, मरोदा, बजरंग पारा भिलाई-3, के प्रभावित क्षेत्रों में नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा भ्रमण किया गया। जहां पर संयुक्त टीम द्वारा निरंतर घर-घर भ्रमण कर कुलर, टंकी की जांच की गयी व आम जनता को साफ-सफाई रखने एवं डेंगू से बचाव के बारे में समझाईश दी गयी एवं संभावित डेंगू प्रभावित क्षेत्र मे टेमीफॉस का छिड़काव और फॉगिंग का कार्य निरंतर किया जा रहा है। कुल 83990 घरों का सर्वेक्षण किया जा चुका है, जांच किये कुलर पानी टंकी व अन्य कंटेनर की संख्या-126981 जिनमें से 36765 खाली कराये गये। सभी कंटेनरों में 73067 स्थानों में टेमीफास डालकर लार्वा का नष्टीकरण किया गया। 86720 पाम्पलेट के माध्यम से डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य शिक्षा दी गयी।…शेष 👇👇नीचे…
ग्रामीण स्तर में स्कूली बच्चों को डेंगू एवं मलेरिया के रोकथाम बचाव के संबंध में लगातार स्वास्थ्य शिक्षा संबंधी जानकारी दी जा रही है। आम जनता में जन जागरूकता लाने स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम के कर्मचारियों के द्वारा घर-घर सर्वे करते हुये व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। डेंगू के लक्षण जैसे ठंड लगने के साथ अचानक बुखार आना, सिर व मांस पेशियों व जोड़ो में दर्द, ऑंखो के पिछले भाग में दर्द होना, जी मिचलाना एवं उल्टी होना, गंभीर मामलों में नाक मुंह तथा मसूड़ों से खून आना तथा त्वचा पर चकते उभरना के बारे में विस्तृत जानकारी आम जनता को दी गयी व रोकथाम एवं नियंत्रण के तरीके जैसे शरीर को पूरे तरीके से ढकने वाला पोशाक पहनें। मॉस्किटो रिपेलेन्ट का प्रयोग करें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।…शेष 👇👇नीचे…
लोगों से अपील की जा रही है कि सप्ताह में एक दिन घर के सारे कन्टेनर जैसे कुलर, पानी टंकी व अन्य पात्र को एक दिन खाली कर सुखने के पश्चात पानी का जल भराव करें। घरों के आसपास पानी जमा होने वाले वस्तुओं जैसे कि गमला, टायर, टूटे फूटे बर्तन आदि को तत्काल नष्ट करें। घर के आसपास पानी जमा होने पर गाड़ी का जला हुआ तेल डालें जिससे लार्वा के नष्टीकरण में सहायता मिलेगी। आम जनता यह आवश्यक सावधानी बरतें जैसे डेंगू के मच्छर केवल दिन में काटते हैं और साफ पानी में प्रजनन करते हैं। अधिकांश लोग रात के समय मच्छरदानी का उपयोग करते हैं, किन्तु दिन के समय किसी भी प्रकार की सावधानी नहीं बरती जाती है। सावधानी के रूप में फुल शर्ट, पेन्ट पहने एवं शरीर के अन्य भाग पर आडोमास का उपयोग कर डेंगू के मच्छरों के प्रकोप से बचा जा सकता है।