✍️छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़ जिला प्रमुख रिपोर्ट सैयद बरकत अली गरियाबंद
गरियाबंद प्रधानमंत्री सड़क चौड़ीकरण एवं सड़क मरम्मत के लिए केंद्र सरकार करोड़ों रुपए गरियाबंद जिला में आवंटित कर रही है लेकिन वह राशि कमीशन खोरी की भेंट चढ रहा है शायद यही वजह है कि हाल-फिलहाल में प्रधानमंत्री सड़क के चौड़ीकरण और मरम्मत की स्थिति खराब हो गई है जिसका प्रमुख कारण हल्की मटेरियल का इस्तेमाल को माना जाता है बावजूद इसके ठेकेदार को काम से ज्यादा राशि आहरण करने कि बात भी सामने आ रही है हालांकि गारंटी तिथि तक 5 से 10% राशि रोकने की बात कही जाती है लेकिन वह राशि भी सड़क की सुधार किए बिना आसानी से जारी कर दिया जाता है ऐसे ही मड़वा से लेकर छुरा तक नव निर्माण सड़क की हालत खराब हो गई है सड़क दबने के अलावा साइड साइड के मटेरियल उखड़ कर बिखर गए हैं और कुछ इस तरह खोखमा से घूमरापदर की प्रगतिरत सड़क चौड़ीकरण में देखने को मिल रहा है इस सड़क चौड़ीकरण के कई जगह पर चुरा गिट्टी एवं हल्की क्वालिटी का मुरमी डालकर नाम मात्र रोलर चलाते हुए खानापूर्ति बेस कार्य कराया जिसमें सप्ताह सप्ताह पानी की तराई नही और ठेकेदार द्वारा सीधा डामरीकरण कर दिया गया जिसके चलते बेस कार्य में इस्तेमाल मटेरियल उखड कर खेतों में नजर आता रहा तभी आज सड़क सड़क के बीचो बीच दरार आने के अलावा दब कर जमीन लेवल तक पहुंच चुका है मतलब आगामी बरसात के दिनों में करोड़ों की सड़क गड्ढों में तब्दील होने के साथ आवागमन करने वाले हजारों राहगीरों को फिर से खस्ताहाल सड़क का सफर करना पड़ेगा यही वजह है कि जिम्मेदार इंजीनियर और एसडीओ की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया जा रहा है क्योंकि पीएमजीएसवाई की लापरवाही और भ्रष्टाचारी कार्य यहां नहीं थमा बल्कि आम लोगों की जिंदगी को खतरे में डालने के साथ साथ सड़क खराब करने के लिए फोकटपारा से गोहेकेला सड़क की साइट सोल्डर अब तक निर्माण नहीं किया है सिर्फ खेत की मिट्टी निकाल कर सड़क के किनारे डाला गया है जिसके बीच फंसकर लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं और आगामी बरसात का पानी मटेरियल के बीच पहुंच कर सड़क की मजबूती कमजोर करने के अलावा खराब होने की पूरी संभावना बताई जा रही है
केंद्रीय टीम से जांच कर राशि कटौती की होगी मांग _: सबसे दुर्भाग्य की बात तो यह है कि स्थानीय मैटेरियल कंट्रोल ऑफिसर द्वारा उच्च अधिकारियों को जिन जिन सड़कों का मुआयना कराया जाता है उक्त सड़क पर पहले से ही होती है जहां से कोर कटिंग कर जांच के लिए भेजा जाता है जिसके चलते गुणवत्ता हीन मटेरियल की पोल नहीं खुल पाती इसलिए ग्रामीण क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि पत्र के माध्यम से केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को शिकायत कर केंद्रीय टीम से जांच कराने की मांग करेंगे ताकि इस पर हीन कार्य को अंजाम देने वाले ठेकेदारों की राशि में कटौती किया जाए क्योंकि ठेकेदार और इंजीनियर एसडीओ की मिलीभगत से चौड़ीकरण और सड़क मरम्मत की शत-प्रतिशत मूल्यांकन कर दिया जाता है जिसके आधार पर आसानी से ठेकेदार को पूरी पूरी राशि मिल जाती है उसके बाद ना ठेकेदार की दर्शन होती है और ना सड़क की हालात में सुधार किया जाता है ऐसे में केंद्रीय टीम से सड़क चौड़ीकरण और मरम्मत की जांच अति आवश्यक माना जाता है
सेटिंग के खेल में भ्रष्टाचार को बढ़ावा _: पीएमजीएसवाई गुणवत्ताहीन सड़क चौड़ीकरण और मरम्मत को लेकर लगभग विभागीय उच्चअधिकारी भली-भांति अवगत होते हैं बकायदा ऐलनाबाद शिकायत भी होती है लेकिन धरातल से लेकर उच्च स्तर पर सेटिंग के चलते ना ठेकेदार के गुणवत्ताहीन कार्यों में सुधार होती है और ना जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कोई एक्शन देखने को मिलता है मतलब सेटिंग के खेल के चलते भ्रष्टाचार को काफी बल मिल रहा है जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है क्योंकि विभाग की सड़क पांच साल तो दूर की बात ढाई साल भी नहीं टीक पाता उक्त सड़क के लिए डिमांड भेज कर केंद्र से राशि जारी करवा लिया जाता है
इन सड़कों में काम के बाद भी हालत खराब
_ मड़वा से छुरा तक बनाईं सड़क
_ कुल्हाड़ीघाट मेन रोड से कोनारी ठुहामेटा सड़क मरम्मत
_ खोखमा से अमलीपदर तक सडक चौड़ीकरण
_ फोकटपारा से गोहेकेला तक सडक निर्माण