अंबिकापुर : बिश्रामपुर नगर अंतर्गत माइनस कालोनी के निवासी इंजीनियरिग छात्रा व उसकी बहन से एसईसीएल में नौकरी लगवाने के नाम पर नौ लाख रुपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने आरोपी संतोष कुमार सोनवानी को जांजगीर-चांपा जिला अंतर्गत ग्राम पौंच से गिरफ्तार किया है। इस मामले के 3 आरोपी फरार हैं। पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।
यह रिपोर्ट जून महीना में एसईसीएल की नगर में स्थित माइनस कालोनी निवासी छात्रा अलमा रानू टोप्पो ने दर्ज कराई थी। वह शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय कोनी बिलासपुर में सिविल अंतिम वर्ष की छात्रा है। पीड़ित रानू ने बताया कि उसके साथ पढ़ने वाले भटगांव निवासी सूरज गुप्ता एवं रायगढ़ निवासी निलेश बेहरा ने विगत 10 मई को बिलासपुर निवासी यशवंत सोनवानी नामक युवक से उसका परिचय कराते हुए बताया था एसईसीएल में कई लोगों की नौकरी लगवा चुका है। यदि तुम भी पैसा खर्च करोगी तो यह एसईसीएल में तुम्हारी नौकरी लगवा देगा।
सहपाठी होने के कारण उनकी बातों के झांसे में आ गई थी। फिर उनके कहने पर एसईसीएल में नौकरी पाने की लालसा में उसने यशवंत सोनवानी के अनुसार उसके द्वारा लाए गए एसईसीएल के नौकरी संबंधित फार्म में दस्तखत भी किए गए। फिर इसके बाद यशवंत के पिता संतोष सोनवानी के स्टेट बैंक के बैंक खाते में चार बार और फोन पे के माध्यम से यशवंत के द्वारा बताए गए फोन-पे नंबर पर सात बार में 3 लाख 58 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए थे ।
और दो बार नगद 92 हजार रुपये उसे दिए थे। इस प्रकार से यशवंत सोनवानी को कुल साढ़े चार लाख रुपये नौकरी लगाने के नाम पर दिए हैं। उसके बाद आरोपी ने उसको एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र में नियुक्ति का फर्जी आदेश भी दिया था। इसका खुलासा होने पर नौकरी नहीं लगने पर अब पूछे जाने पर वह टालमटोल कर रहा था।
ठगी की शिकार इंजीनियरिंग छात्रा की रिपोर्ट पर बिश्रामपुर पुलिस ने बिलासपुर निवासी आरोपित यशवंत सोनवानी समेत उसके पिता संतोष सोनवानी एवं छात्रा के सहपाठी रायगढ़ निवासी निलेश बेहरा एवं भटगांव निवासी सूरज गुप्ता के विरुद्ध धारा 420, 120 बी, 34 के तहत अपराध दर्ज किया था।