बैकुंठपुर : कोरिया वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र सोनहत में बीते 8 नंवबर को देवसील ग्राम पंचायत के खानखोपर नदी के तट में एक मृत बाघ का शव मिला था।जानकारी के अनुसार जिस जगह पर बाघ का शव मिला था, वह एरिया गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान के सीमा से लगा है। मृत बाघ के शव का पोस्टर्माटम उपरांत जहर खुरानी से मौत की आशंका जताई जा रही थी। पर अब बाघ के मौत का असल कारण सामने आ चुका है
जानकारी अनुसार वन विभाग ने मृत बाघ का बिसरा जांच के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बरेली उत्तरप्रदेश भेजा था।जिसकी रिपोर्ट अब मिल चुका है। रिपोर्ट में बाघ का मौत जहर खुरानी नही बल्कि प्राकृतिक बताया गया है।इसके पूर्व बाघ की मौत कैसे हुई लोग तरह तरह के कयास लगा रहे थे। अब बिसरा रिपोर्ट के आ जाने के बाद बाघ के मौत का कारण भी सामने आ चुका है।
बता दे कि कोरिया वनमंडल के सोनहत परिक्षेत्र के देवसील ग्राम पंचायत के बड़गांव पुल के मृत बाघ का शव मिलने पर NTCA के प्रतिनिधि और स्क्वायड की टीम मौके पर पहुचीं थी।जहरखुरानी की आशंका की वजह से लागतार जाँच पड़ताल और पूछताछ के बाद भी टीम को कुछ हाथ नही लग पाया। क्योंकि बाघ की मौत बिसरा रिपोर्ट अनुसार प्राकृतिक बताया गया है।