जशपुर : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में कल उप जेल में संत रामपाल महाराज के सानिध्य में LED टीवी के माध्यम से सत्संग का आयोजन हुआ। जिसमें तमाम कैदियों सहित जेल प्रबधक एवं जेल स्टाफ ने सत्संग का श्रवण किया। संत रामपाल महाराज का आध्यात्मिक सत्संग से लाखो आमजन तो अपना जीवन सुखी बना ही रहे है साथ ही साथ जेल में मौजूद कैदियों को भी सन्त जी का आध्यात्मिक सत्संग का पूर्ण लाभ मिल रहा है ।
सत्संग में संत जी ने बताया मनुष्य को भक्ति क्यो करना चाहिये। अनमोल मनुष्य जीवन के बुरे कर्मो को सतभक्ति से ही समाप्त किया जा सकता है । मनुष्य में कई ऐसे बुराई रहते हैं , मांसाहार, नशा, चोरी, ठगी भ्रष्टाचार, एवं सभी अनैतिक कार्यों से बचने एवं उनसे छुटकारा पाने की विधि बताई। साथ ही पवित्र वेद, गीता, बाइबल , कुरान सहित तमाम सदग्रंथों में परमेश्वर की भक्ति का अत्यंत सरल व सुलभ मार्ग प्रमाण सहित बताया गया।
संत रामपाल महाराज के उपदेशों के अनुसार मनमानी परंपराऐं, मान-बड़ाई, लोक दिखावा भक्ति मार्ग में बाधक हैं। सामाजिक अव्यवस्थाएं जैसे दहेज-प्रथा, विवाह में फिजूलखर्ची, बेशर्मी से नाचना, नारी के प्रति असमानता और उपेक्षा पूर्ण भाव, मनोकामना पूर्ति के लिए जादू, टोना, मन्त्र-तंत्र-यन्त्र, बलि जैसे अंधविश्वास, बाल-विवाह प्रथा, वर्णव्यवस्था, मृत्यु भोज, जन्मोत्सव, आदि अवांछित हैं। नशा, हुक्का , बीड़ी ,मदिरा शराब, नशीली दवाइयां समाज की बर्बादी का कारण बन रहे हैं। इनके साथ समाज को बांटने वाले जातिवाद, सम्प्रदायवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद, आदि कुरीतियों को जड़ से समाप्त करना आवश्यक है।
संत रामपाल जी की प्रेरणा से उनके लाखो भक्त सभी कुरीतियों से पूरी तरह से अलग हैं और ऐसे पाखण्डवाद को जड़ समाप्त करने के लिए तत्पर हैं। गौरतलब है कि संत रामपाल महाराज के सत्संग से शिक्षा लेकर आज पूरी दुनिया में उनके करोड़ों शिष्य हैं जो तमाम विकारों से मुक्त होकर सफल जीवन व्यतीत कर रहे हैं। संत रामपाल महाराज का मिशन पूरे विश्व में शांति स्थापित करना, समाज से जात पात के भेद भाव को मिटाना एवं स्वच्छ समाज का निर्माण करना है। सत्संग सुनने से मन में व्याप्त भय समाप्त होता है और कितना भी बड़ा पापी क्यों नहीं हो वह भी सत्संग प्रवचन से अच्छा इंसान बनकर भक्ति करके पूर्ण मोक्ष को प्राप्त करता है।
सत्संग के बाद सभी कैदियों और पुलिस कर्मचारियो एवम स्टाफ को सन्त रामपाल महाराज द्वारा लिखित पुस्तक जीने की राह, और हिदू धर्म महान पुस्तक पढ़ने दिया गया। सत्संग में उपस्थित छत्तीसगढ़ राज्य सयोजक भगत पंकज दास, जिला सयोजक अशोक खलखो, गोविन्द दास, साथ मे बिरेन्द्र जांगड़े, जगमोहन दास, रामा दास सभी सन्त रामपाल जी की अनुयायियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुई।