नारायणपुर : नारायणपुर अंतर्गत रावघाट में लौह अयस्क उत्खनन के लिए लाई गई मशीनों को महिलाओं के विरोध के कारण 8 घंटे खड़ी रहने के बाद वापिस लौटना पड़ा। रावघाट संघर्ष समिति यहां लौह अयस्क के उत्खनन का विरोध कर रही थी। कमिटी का कहना है कि जिला प्रशासन और बी एस पी प्रबंधन प्रभावित ग्रामीणों का मनोबल तोड़ने की कोशिश की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक कल 4 भारी खनन मशीनों और जेसीबी को चढ़ाने की कोशिश की गई थी। बीते दिन फुटबॉल प्रतियोगिता के नाम पर नाके को अधिकारियों ने हटा दिया था, जिसे ग्रामीणो ने लगा दिए थे। नाके को वापस लगाने की कोशिश करने पर कांग्रेस नेता अमित भद्रा और केरलापाल के सरपंच ने उनको रोका गया।
नाके को आग के हवाले कर दिया गया। आगजनी की इस घटना को मीडिया में दो गुटों का विवाद बतायाजा रहा, लेकिन संघर्ष समिति नहीं बल्कि 25-30 लोगों ने आगजनी की इस घटना को अंजाम दिया था। 24 अगस्त को खोदगांव के रास्ते से रावघाट पहाड़ पर जाने के लिए 4 भारी मशीन लाए गए थे। उनके बीएसपी और जिला प्रशासन के अधिकारी थे। उन्हें रोकने खोदगांव की महिलाएं सड़क पर निकल गई और उनका रास्ता रोक दिया। बताया जा रहा है की बारिश होने के बावजूद भी वे सड़क पर डटेर हे।
पुलिस टीम की भारी उपस्थिति के बावजूद भी महिलाओ ने हटने से साफ मना कर दिया। जिनमे गांव की जवान और बूढ़ी महिलाएं, छात्राएं और गृहणियां भी थीं। उन्होंने यह कहा इस खनन से उनकी पूरी जीवनशैली पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। और उनकी जिंदगी बद से बत्तर हो जाएगी। अंत में हार कर शाम के 6 बजे भारी वाहनों और अधिकारियों को वापस लौटाना पड़ा।




