गरियाबंद : नगर पालिका परिषद में कांग्रेसी पार्षदों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव आज शुक्रवार को ध्वस्त हो गया। विदित हो कि पिछले महीने की 24 तारीख को कांग्रेस के 8 पार्षदों द्वारा पालिका उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोनटेके के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव के लिये कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था। जिसके मद्देनजर आज 9 दिसंबर शुक्रवार को मतदान कराया गया। नगर पालिका परिषद के 15 वार्डों के पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान किया।
मिली जानकारी के अनुसार प्रस्ताव के पक्ष में 8 और विपक्ष में 7 मत पड़े , जबकि प्रस्ताव पारित होने के लिये दो तिहाई अर्थात 10 वोट की आवश्यकता थी। इस तरह प्रस्ताव ध्वस्त हो गया। नगर पालिका में वर्तमान में भाजपा की सत्ता है अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित भाजपा के 7 पार्षद है वही कांग्रेस के 8 पार्षद है। बताया जा रहा है कि अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर भाजपा प्रदेश संगठन द्वारा पार्टी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव को पर्यवेक्षक के तौर पर भेजा गया था।

इधर इस प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष भावसिंग साहू एवं ब्लॉक अध्यक्ष हाफ़िज़ खान ने अनभिज्ञता जाहिर की। कांग्रेस कमेटी के दोनों अध्यक्षों ने बताया कि प्रस्ताव को लेकर संगठन पदाधिकारियों से कोई चर्चा नही की गई है। इससे नगर एवं जिले में कांग्रेस संगठन की कमजोरी एक बार फिर उभर आई है। कांग्रेसी कार्यकर्ता इसे ब्लॉक व कांग्रेस जिलाध्यक्ष की निष्क्रियता बता रहे हैं। कुल मिलाकर कर सत्ता एवं संगठन की किरकिरी हो गई है। अब इस मामले में स्थानीय कांग्रेस संगठन का क्या रुख होगा ये देखने वाली बात होगी।