सड़क दुर्घटना के बाद 10 साल की सजा और 10 लाख के जुर्माने वाला कानून के ख़िलाफ़ करोड़ो ड्राइवर ने खोला मोर्चा
संतोष देवांगन/रायपुर : गरीबों की आंसू पोछने वाली केंद्र में बैठी मोदी सरकार ने एक बार फिर से देश के करोडो गरीब परिवारों को रुलाने के लिए नए कानून लागू कर दी है। जिसकी आग देश में धीरे धीरे फैलने लगी है। इतना ही नहीं इस आग में तपने वाले करोडो गरीब ड्राइवरों ने काम-बंद कर मोदी सरकार के परिवहन मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दी है। इस नए वर्ष में मोदी सरकार ने हड़ताल जैसी तोफा देश के लोगो को दिया है। परिणाम स्वरूप नए वर्ष की पहला माह के 1,2,और 3 जनवरी को देश भर के ड्राइवर संगठनों ने हड़ताल का एलान कर दिया है। बताया जाता है की इस नया नियम से बड़े वाहन चालक ही नहीं बल्कि घरेलु ड्राइवर, वाहन का मालिक जो अपने कार/वाहन को ड्राइव करते है ऐसे लोग भी इस मोदी सरकार के नई नियम कानून के जाल में फसेंगे जिससे उनकी हसती खेलती जिंदगी बर्बाद हो जाएगी।
आपको बता दें कि, मोदी सरकार के परिवहन मंत्री श्री गडकरी ने एक ऐसा नया कानून लागु किया है कि उनके इस नियमों से आगामी 1,2,3 जनवरी को भारत बंद काम बंद करके भारत के लगभग 25 करोड चालक हड़ताल पर बैठेंगे। वही ड्राइवरों का कहना है की सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए सरकार को जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। उन्होंने पत्र प्रेषित कर कहा है कि हम इस पत्र के माध्यम से आपसे अनुरोध करते है कि सड़क पर कई बार दुर्घटनाएँ होती रहती है और दुर्घटना के बाद जो स्थिति उत्पन्न होती है यह चालक की जान भी ले सकती है। ऐसे में यह नहीं देखा जाता कि गलती किसकी है। इसमे गरीब ड्राईवर 10 लाख का जुर्माना व 10 साल की सजा को झेल पाएगा, यह तो उस ड्राईवर व उसके परिवार को हमेशा के लिए नष्ट करने का एक तरीका है।
उन्होंने कहा है कि संगठन व चालक समाज आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता है कि आप खराब सड़के, सड़क डिजाईन, दिन प्रतिदिन बढ़ती वाहनों की संख्या, यातायात अनुशासन की कमी, यातायात पुलिस और आरटीओ (RTO) से होने वाले परेशानी के बारे में जरूर सोंचे। उचित प्रशिक्षण ना मिलना, चालक भाईयों को सामाजिक सुरक्षा का अभाव, उपचारात्मक उपायों की योजना बनाना आवश्यक है। ऐसे दूर कानून बनाने से दुर्घटनाएँ नहीं रूकेगी। दुर्घटना क्यों होती है इसकी जड़ तक जाने के लिए एक अध्ययन/जाँच समिति नियुक्त करना आवश्यक है।
उन्होंने यह भी कहा कि, चालक भाईयों के भविष्य के लिए कुछ योजनाएँ सरकार को बनाना चाहिए क्योंकि अपना देश चलाने में देश की तरक्की में हम चालक भाईयों का बहुत बड़ा योगदान है इसलिए हम आपसे गुजारिश करते है कि उपरोक्त अनुरोध पर विचार करें और उक्त कानून को वापस ले। अन्यथा हमें मजबूरन सड़कों पर उतरकर चक्का जाम करना पड़ेगा अपनी गाड़िया सड़कों पर खड़ी करनी पड़ेगी। अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि जल्द से जल्द इस कानून को वापस ले जिससे भारत के 25 करोड चालक व उनसे जुड़े करोड़ों परिवार को राहत मिले।