भ्रष्ट पंचायत सचिवों की मनमानी , अधिकारियों का सरंक्षण या भ्रष्टाचार को अब शिष्टाचार माना जाये

किरीट भाई ठक्कर , गरियाबंद। विगत कांग्रेस शासन काल से लेकर अब तक जिला अंतर्गत बहुत सी ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार चरम पर है। इस खुलेआम गबन और भ्रष्टाचार को लेकर नागरिक और अनेक पंचायतों के प्रतिनिधि ( पंच ) आदि त्रस्त है। लोग अधिकारी दर अधिकारी शिकायतों का पुलिंदा लिये घूम रहे हैं किन्तु मजाल है कि किसी भ्रष्ट सचिव का बाल भी बांका हो जाये। जांच जांच के खेल के सहारे शिकायतकर्ताओ,परेशान नागरिकों को हताश किया जा रहा है। ताजा मामला विकासखंड गरियाबंद अंतर्गत ग्राम पंचायत छिंदौला का है। इस पंचायत के लगभग सभी निर्वाचित पंच तथा नागरिक, पिछले एक वर्ष से कार्यवाहक सरपंच संतोष कुमार ध्रुव तथा सचिव चतुर सिंह देव के विरुद्ध पंचायत की राशि गबन साथ ही निर्माण कार्यो में भ्रष्टाचार को लेकर कई बार लिखित शिकायत कर चुके हैं किंतु किसी तरह की कार्यवाही अब तक नहीं हुई है।

पंचायत कार्यालय छिदौला

आलम ये है कि जनपद सीईओ, जिला पंचायत सीईओ, एसडीएम, कलेक्टर, सांसद, मुख्यमंत्री तक शिकायत पहुँचाते सभी पंचो ने सामूहिक इस्तीफे का मन बना लिया है।
पंचायत प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया है कि कार्यवाहक सरपंच व सचिव द्वारा मिली भगत कर स्कूल मरम्मत, कूड़ादान निर्माण, सोखन गड्ढा, सामुदायिक शौचालय निर्माण की राशि बिना पंचायत प्रस्ताव निकाल कर गबन कर ली है, जबकि इनमें से कई काम या तो हुये ही नहीं है या अधूरे पड़े हैं।

सामुदायिक शौचालय छिंदौला

सेल्समेन को 29 माह से वेतन नहीं दिया

ग्राम पंचायत छिंदौला के सरपंच सचिव की मनमानी के चलते पिछले 29 माह से यहां के राशन दुकान के सेल्स मेन जितेंद्र कुमार साहू को मानदेय ही नही दिया गया है, विदित हो कि यहां राशन दुकान का संचालन पंचायत द्वारा किया जाता है। जितेंद्र बताते हैं कि कोरोना काल से अब तक लगभग 6 लाख रुपये राशन दुकान का कमीशन पंचायत खाते में जमा हुआ है। इसके अलावा बारदाने के एक लाख 78 हजार रुपये भी है जिसे आहरित कर गबन किया गया है , किन्तु उन्हें पारिश्रमिक नही दिया जाता। बीच मंझधार में फंसे सेल्समैन को पारिवारिक खर्चों के लिये एक एकड़ खेत बेचना पड़ा है।

शिवसेना ने किया था उग्र प्रदर्शन 

विगत 16 फरवरी को शिव सेना जिला अध्यक्ष वेश राठौर के नेतृत्व में ग्राम पंचायत कोकड़ी के ग्रामीणों तथा शिवसैनिकों द्वारा नाली निर्माण की राशि को लेकर जनपद पंचायत के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया था।
आरोप था कि सचिव द्वारा कई माह पूर्व नाली निर्माण की राशि 79 हजार रुपये निकाल ली गई, किन्तु नाली का निर्माण ही नहीं किया जा रहा है।

स्वच्छ भारत मिशन में भी फर्जी आहरण की शिकायत

जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत बारुला,दर्रीपारा, कुर्सीपार, हरदी, बारुका साथ ही छिंदौला में स्वच्छ भारत मिशन की राशि के फर्जी आहरण की शिकायत विगत वर्ष के अप्रैल माह में एक अन्य जागरूक नागरिक द्वारा की गई थी। जांच जांच के नाम पर मामला लटका दिया गया।

"छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़" के लिए किरीट ठक्कर की रिपोर्ट
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किरीट ठक्कर "छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़" संवाददाता

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