राहुल गाँधी आज छत्तीसगढ़ दौरे पर, फरसगांव में चुनावी सभा को किया सम्बोधित

कोंडागांव : राहुल गाँधी ने चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश में दो विचारधारा के लोग हैं कुछ लोग अदानी जैसे लोगों को मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आते हैं बड़े-बड़े वादे करते हैं।  अकाउंट में 15 लाख डालने की बात करते हैं अलग-अलग वादे किए थे एक भी वादा पूरा नहीं किया। हम आपका टाइम जाया नहीं करेंगे जो हम करना चाहते हैं वह हम कर जाते हैं।

छत्तीसगढ़ के किसानों को 2500 मिलेंगे हमने वादा किया था पर आज 2640 दे रहे हैं हमारी नीयत साफ है इसलिए हमने किया। आज से 5 साल पहले छत्तीसगढ़ में धान का रेट 2500 हमने दिया था जो आज की डेट में कम है इसलिए हमने उसे बढ़ा दिया है अब आगे यह 3000 होगा। किसानों का दर्द हम समझते हैं कुछ ही समय में धान का रेट 3000 हो जाएगा।

हमने कर्ज माफी किया बीजेपी ने कहा नहीं हो सकता। बीजेपी ने उद्योगपतियों का 14 लाख हजार करोड़ माफ किया। किसानों का वह नहीं कर सकते। हमने कहा था 19 लाख किसानों का 10 हजार करोड़ कर्ज माफ करेंगे वह हमने किया। यही वादा फिर से कर रहा हूं हम फिर से किसानों का कर्ज माफ करेंगे। 26 लाख किसानों को हमने किसान न्याय योजना से पैसा दिया है हम आपका कर्जा माफ करेंगे और हम करके दिखाएंगे।

आदिवासियों को डराया जाता था धमकाया जाता था। मध्य प्रदेश का एक वीडियो आपने देखा होगा कि एक आदिवासी बैठा है और बीजेपी के का नेता उसके ऊपर पेशाब कर रहा है बीजेपी की यही सोच है। हम आपको आदिवासी कहते हैं वह आपको वनवासी कहते हैं। जिसको हम हिंदुस्तान कहते हैं उसके ओरिजिनल मालिक आप लोग आदिवासी लोग हैं। आदिवासी इसलिए आप कहलाते हो क्योंकि आप लोग इस जमीन पर पहले से रह रहे हो आपकी संस्कृति आपकी भाषा की हम रक्षा करते हैं वनवासी का मतलब जो जंगल में रहते हैं।

जल जंगल जमीन पर पहला हक आदिवासियों का है बीजेपी आपकी जल जंगल जमीन आपसे छीनकर अदानी जैसे उद्योगपतियों को देना चाहते हैं। हम आपकी रक्षा करना चाहते हैं। जीएसटी नोटबंदी जमीन अधिकरण बिल से क्या किसी का फायदा हुआ है। गरीबों को कमजोर लोगों को हमसे फायदा हुआ है। यह केवल हिंदुस्तान के कुछ अरबपतियों के लिए काम करते हैं। तेंदूपत्ता में हमने ₹4000 दिया था और अब ₹4000 अतिरिक्त बोनस भी देंगे।

फॉरेस्ट प्रोड्यूस में जिसमें 70 किस्म के उत्पाद होते हैं उसमें अब से ₹10 एमएसपी में एक्स्ट्रा मिलेगा। बीजेपी के नेता हिंदी की बात करते हैं छत्तीसगढ़ मत सीखो अंग्रेजी मत सीखो कहते हैं। आदिवासी युवा इंग्लिश अंग्रेजी भी सीखेंगे हम चाहते हैं। अंग्रेजी सीखना क्यों जरूरी है आपको छत्तीसगढ़ में व्यापार करना है छत्तीसगढ़ में चलेगा और अगर आप बाहर जाएंगे तो हिंदी काम आएगी और अगर आप देश-विदेश में जाएंगे तो अंग्रेजी की जरूरत पड़ेगी।

अगर बीजेपी वाले कहे की अंग्रेजी छत्तीसगढ़ी मत सीखो हिंदी सीखो तो उनसे पूछना कि आपके बच्चे किस स्कूल में जाते हैं। वह नहीं चाहते कि आप अंग्रेजी बोल पाओ आप आगे ना बढ़ पाओ इसलिए हमने पूरे छत्तीसगढ़ में अंग्रेजी स्कूल का जाल बिछा रखा है। हम चाहते हैं छत्तीसगढ़ का युवा अंग्रेजी हिंदी छत्तीसगढ़ी बोले और यह हम करके दिखाएंगे. स्वामी आत्मानंद स्कूल आपके जीवन की चाबी है।

कांग्रेस पार्टी जब यूपीए में सरकार में थी तब हमने जाति का जनगणना की थी तब हमने पिछड़े, दलित, आदिवासी कितने हैं उनकी आबादी क्या है दलितों की आबादी क्या है यह हमने जाति का जनगणना में काम किया था। बीजेपी ने इन आंकड़ों को छुपा रखा है। कुछ दिन पहले मैंने जाति जनगणना पर पार्लियामेंट में भाषण दिया था। मैंने पूछा था कि दलितों की आदिवासियों की कितनी भागीदारी है बजट बनाने में। बजट बनाने में कितने आदिवासी ओबीसी दलित लोग निर्णय ले रहे हैं।

हिंदुस्तान की सरकार को एमपी नहीं चलाते सेक्रेटरी चलाते हैं उनके हाथ में उनके साथ में सबसे सीनियर अफसर सेक्रेटरी होते हैं वह चलाते हैं। उन 90 लोगों ने निर्णय लिया कि आवास का पैसा छत्तीसगढ़ में नहीं भेजना है इनमें कितने आदिवासी कितने दलित कितने पिछड़े हैं जिन्होंने यह निर्णय लिया था। आंकड़ों से पता चला कि तीन अफसर ओबीसी है और तीन आदिवासी हैं। वह भी अलग-अलग कामों में लगे हैं। आदिवासी अफसर 0.1% ही है जो निर्णय लेते हैं। आपकी हिंदुस्तानी सरकार में कोई भागीदारी नहीं है अगर ₹10 खर्च हो रहे हैं तो उसमें आदिवासी 10 पैसे ही खर्च कर रहे हैं।

जातिगत जनगणना के माध्यम से मैं ढूंढ रहा हूं कि असल में आदिवासी दलित ओबीसी कितने हैं यह कहते हैं कि मैं ओबीसी हूं अगर आप ओबीसी हैं तो बताइए कि देश में कितने प्रतिशत आबादी ओबीसी की है। नरेंद्र मोदी को तो अदानी ही कंट्रोल करते हैं। इसके बारे में नरेंद्र मोदी नहीं कहते अंत में अदानी जैसे लोग आपकी जमीन पर कब्जा कर लेंगे। इसलिए हमारे वायदों में से एक वायदा जातिगत जनगणना का भी है।

चार वायदों के अलावा हम एक वायदा और कर रहे हैं जो चुनाव के बाद हम सरकारी स्कूलों में कॉलेज में छत्तीसगढ़ सरकार में मुफ्त शिक्षा देंगे। स्कूल कॉलेज में मुफ्त शिक्षा होगी। आप अपना पैसा अन्य चीजों में खर्च करिए सभी सरकारी स्कूलों कॉलेजों में मुफ्त शिक्षा कांग्रेस सरकार में दी जाएगी। केजी(KG) से लेकर पीजी (PG) तक शिक्षा मुफ्त होगी।

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