खैरागढ़ : ग्रामीण क्षेत्रो में रोजगार के परंपरागत संसाधन उपलब्ध कराने भूपेश सरकार की ग्रामीण औद्योगिक पार्क योजना रीपा नए जिले के घोटिया मे कागजो में ही दौड़ रही है। तीन माह बाद भी इसका निर्माण कार्य अधिकारियों की लापरवाही के चलते पूरा नही हो पाया है। ग्राम पंचायत द्वारा निर्माण के नाम पर यहाँ 47 लाख रू खर्च के बाद भी निर्माण कार्य तीन महीने देरी के चलते पूरा नही हो पाया है।
निर्माण कार्य की धीमी गति के साथ साथ अधूरे निर्माण के चलते इसका लाभ अब तक ग्रामीण क्षेत्र के महिलाओं और युवाओ को नहीं मिल पा रहा है। मौके पर भी निर्माण कार्य में जमकर भराशाही दिखी। आधे निर्माण कार्य को प्रशासन पूरा बता रहा है । खैरागढ़ ब्लाक के घोटिया में संचालित होने वाली रोपा योजना में बनाए जा रहे पार्क मे आजिविका सह क्रियाकलाप वर्क शेड में दो भवन पूर्ण नहीं किए जा सके है । मुख्य भवन को अधूरे कार्य के बाद बिना शेड निर्माण के रोक दिया गया है । बोर खनन पाइपलाइन पानी टंकी का निर्माण पूर्ण किया जा सका है। जबकि आजिविका के साधन के रूप में लगाए गए मशीन ने शुरू होने के पहले ही घटिया खरीदी के चलते जवाब दे दिया है ।
कब तक पूरा होगा इसकी जानकारी नही
फरवरी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नए जिले खैरागढ़ के घोटिया, पवनतरा, गोपालपुर और साल्हेवारा में रोपा योजना की शुरूआत की थी । सारा प्रशासनिक अमला साल्हेवारा में इसकी शुरूआत करने जुटा रहा । लेकिन जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर संचालित होने वाले घोटिया के रीपा पार्क के लिए गंभीरता नहीं दिखा पाई । यहाँ होने वाले प्रमुख कार्य अधूरे पड़े हैं। पंचायत सरपंच के नाम पर पिछले दो माह में ही 46 लाख रु से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। लेकिन दो भवन पूर्ण होने के बाद योजना का संचालन शुरू नही किया जा सका है। एक भवन निर्माण आधे में अटक गया है। अधिकारी भी इसे कब तक पूरा कर सकेंगे इसका जवाब नहीं दे पा रहे हैं। जिस कार्य को योजना में प्रशासन पूर्ण बता रहा है मौके पर वहाँ काम जारी है। घोटिया में रूरल पार्क की धीमी कार्यवाही से शासन की महत्वपूर्ण योजना का क्रियान्वयन अब तक शुरू नहीं हो पा रहा है ।
चना फोड़ने खरीदी मशीन खराब
रीपा योजना का संचालन शुरू करने यहाँ चना से दाल बनाने की मशीन की खरीदी जनपद पंचायत में गठित क्रय समिति द्वारा की गई है। । लेकिन मौके पर इसका संचालन शुरू करने के दौरान इसमें चना डालने के बाद दाल नहीं बन पाई । ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारियों ने अपने चहेते से इस मशीन की खरीदी करवाई है । जिसकी जांच में पहुँचे जिला पंचायत राजनांदगांव सीईओ अमित कुमार ने भी नाराजगी जताते मशीन को वापस करने के निर्देश दिए है । इसी तरह जनपद पंचायत द्वारा टेंडर बुलाकर यहाँ सिलाई मशीन खरीदी की प्रक्रिया दो बार टेंडर के बाद भी पूरी नही की जा सकी है। लापरवाही सामने आने के बाद जिम्मेदार अधिकारी अब सफाई देकर मामले में ग्राम पंचायत को जिम्मेदार बताने में जूट गए हैं ।
सीधी बात – प्रकाश तारम एपीओ – खैरागढ़
सवाल – 47 लाख रू भुगतान के बाद भी रोपा के भवन पूर्ण नही किए गए हैं ।
जवाब— दो भवनो का निर्माण पूर्ण किया गया है। तीसरे को मोडिफाइड करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए है करके देरी हो रही है ।
सवाल– जो मशीन खरीद कर लगाया वह खराब निकला।
जवाब– मशीन खरीदने के बाद इसका भुगतान रोका गया है विक्रेता को नोटिस जारी किया गया है ।
सवाल– सिलाई मशीन का दो टेंडर होने के बाद भी खरीदी नहीं की।
जवाब– टेंडर में खरीदी नही हो पाई इसलिए गठित क्रय समिति द्वारा इसकी खरीदी की जाएगी।
सवाल– गतिविधियां शुरू करने में प्रशासन दिलचस्पी नहीं दिखा रहा।
जवाब – निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने का प्रयास है इसलिए इसमें समय लगेगा।
सवाल– 14 कार्य पूर्ण बता रहे मौके पर स्थिति अलग है।
जवाब– ज्यादातर कार्य पूर्ण कर लिए गए है कुछ बचे कार्य प्रगति पर है ।
सवाल – निर्माण कार्य मे देरी से इसका लाभ कब तक मिलेगा। जवाब– निर्माण कार्य मे देरी हुई है कार्य ग्राम पंचायत द्वारा करवाया जा रहा है। पूर्ण होते ही इसका लाभ मिलेगा कब तक होगा यह नही बता सकते ।