बिलासपुर : जमीन हथियाने के लिए मां-बेटे को किडनैप कर बंधक बनाकर मारपीट करने वाले बदमाश ऋषभ पानीकर को पुलिस ने गुरुवार को जुलूस निकाला और उसे पैदल कोर्ट तक लेकर गई। वहीं, भू-माफिया नरेंद्र मोटवानी के साथ मिलकर उसने यह अपराध किया, उसे डॉक्टरों ने मेडिकल अनफिट बताकर अस्पताल में भर्ती कर लिया है। पुलिस की टीम उसको जुलूस में शामिल नहीं कर पाई। मेडिकल के आधार पर कोर्ट ने उसे जमानत भी दे दी और वह छूट गया।
तोरवा के रहने वाले पीयूष गंगवानी (17 वर्ष) व उसकी मां को 20 सितंबर को गांधी चौक से किडनैप कर लिया गया था। दयालबंद के आदतन अपराधी ऋषभ पानीकर और जमीन कारोबारी नरेंद्र मोटवानी ने उन्हें अपनी कार में बैठाया और ऑफिस में ले गए, जहां पीयूष की लात-घूंसों से जमकर पिटाई की। इस दौरान उसकी मां हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाती रही। दोनों आरोपी पेंडलवार हॉस्पिटल के पास वाली जमीन को अपने नाम लिखवाने के लिए दबाव बना रहे थे और जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे।
भू-माफिया नरेंद्र मोटवानी की गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही शहर के कारोबारी, नेता सहित रसूखदारों का बुधवार रात से ही सिविल लाइन थाने में जमावड़ा लगा रहा। देर रात भीड़ देखकर TI प्रदीप आर्या ने ऋषभ पानीकर के चाचा को जमकर फटकार लगाई और भीड़ को थाने से खदेड़ दिया। फिर गुरुवार की सुबह से ही थाने में रसूखदारों का मजमा लगा रहा। वहीं, कोर्ट में भी उसके चहेते लोगों की भीड़ लगी रही। आदतन आरोपी का जुलूस, अस्पताल में भर्ती हो गया जमीन कारोबारी
दोपहर को पुलिस अफसर आदतन अपराधी ऋषभ पानीकर के साथ ही भूमाफिया नरेंद्र मोटवानी की पैदल रैली निकालने की तैयारी में थे। जिसकी भनक शहर के कांग्रेसी नेताओं और रसूखदारों को हो गई थी। लिहाजा, उन्होंने एप्रोच लगाना शुरू कर दिया। जैसे ही पुलिस नरेंद्र मोटवानी को मेडिकल कराने के लिए सिम्स लेकर गई। डॉक्टरों ने उसे मेडिकल अनफिट बता दिया और इलाज के लिए भर्ती कर लिया। जिसके चलते पुलिस हाथ पर हाथ धरी बैठी रह गई। आखिरकार, पुलिस ने आदतन बदमाश ऋषभ पानीकर का जुलूस निकालकर उसे पैदल कोर्ट तक ले गई।मामला सिटी कोतवाली थाने का है।