✍️ “छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़” जिला संवाददाता विक्रम कुमार नागेश की रिपोर्ट
गरियाबंद : छत्तीसगढ़ का प्रमुख पर्व देव प्रबोधनी(देवउठनी) एकादशी पर्व के पावन अवसर पर गरियाबंद जिले का हृदय स्थल श्री जगन्नाथ मंदिर अमलीपदर में गत 4 सितम्बर को आचार्य पंडित युवराज पाण्डेय जी के संयोजन में विविध धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया था। जिसमें प्रमुखरूप से दोपहर 3 बजे से गोविन्दाभिषेक व श्री जगन्नाथ जी की पूजा सम्पन्न हुआ। संध्या 4:30 बजे से ध्वज परिवर्तन व नीलचक्र पूजन,तथा आचार्य युवराज पाण्डेय ने संध्या 5 बजे से महाआरती स्तुति के साथ विश्व शांति की कामना किया।
संध्या 5:30 बजे से उपस्थित श्रद्धालु भक्तों को महाप्रसाद वितरण किया गया। तथा संध्या 6 बजे से रात्रि 10 तक भजन संकीर्तन का धार्मिक आयोजन किया गया था। जिसमें ओडिशा के सुप्रसिद्ध संकीर्तन मंडली ग्राम झुलेंबर,व छत्तीसगढ़ से ग्राम केन्दूकोटपारा मुड़गेलमाल सहित ग्राम सरईपानी के संकीर्तन मंडली को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। ज्ञात हो कि उक्त समस्त संकीर्तन मंडलियों के कलाकारों द्वारा भगवान श्री जगन्नाथ जी का गुणगान करते हुए भजन गायन किया गया। तथा महामंत्र का महाजाप किया गया। इतना ही नही बल्कि रात्रि 10 बजे से ओड़िशा के ग्राम केन्दुमन झांकरपारा का सुप्रसिद्ध ओडिया नाचा का आयोजन भी हुआ।
जिसमें कार्यक्रम को देखने क्षेत्रभर से हजारों की तादाद में श्रद्धालुभक्त सारी रात डटे रहे। इस अवसर पर श्री जगन्नाथ मंदिर अमलीपदर के तत्वावधान में महप्रसाद भोग भंडारा का विशेष व्यवस्था किया गया था। श्रद्धालु भक्तों ने श्री जगन्नाथ जी का दर्शन कर बारी बारी से महाप्रसाद प्राप्त किया। इस तरह उक्त,समस्त कार्यक्रम में अमलीपदर नगर के नर-नारी एवं क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु भक्त एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। आचार्य युवराज पाण्डेय ने सर्वे भवन्तु सुखिनः उवाच से सबके सुखमय जीवन की मंगल कामना करते हुए विश्व शांति की कामना किया। अंत में आमंत्रित सभी संकीर्तन मंडलियों को साल श्रीफल से सम्मानित करते हुए सहयोग राशि भेंटकर पुरस्कृत किया।