दुर्ग पाटन/संतोष देवांगन : इन दिनों ग्राम पंचायतों में श्रमिक कार्ड बनाने और आवास दिलाने के नाम पर फर्जी एजेंट सक्रिय हो गए है। वही मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र पाटन के ग्राम पंचायतों से भी इन फर्जी महिला एजेंटों द्वारा श्रमिक कार्ड बनाने और उन्हें केंद्र से आवास दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। –शेष 👇👇नीचे..
500/रुपये प्रति ग्रामीणों से काट रहे रशीद : आपको बता दे कि केंद्रीय भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मकार आवास कल्याण बोर्ड के नाम से फर्जी श्रमिक कार्ड बनाने व बाद में केंद्र से आवास दिलाने के नाम पर फर्जी एजेंटों के माध्यम से यह कार्य किया जा रहा है। जिनमे अधिकतर महिलाएं शामिल है। जिनके द्वारा विगत 9 जुलाई को अम्लेश्वर: पाटन विधानसभा अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत जगराव में श्रमिक कार्ड बनाने व् उन्हें आवास दिलाने के नाम पर फर्जी एजेंटों के माध्यम से गांव में दो दिन शिविर लगा कर 100 से अधिक ग्रमीणों से 500/रुपये नगदी प्रति ग्रामीणों से रशीद काटा गया है।–शेष 👇👇नीचे..
शिवर का फायदा उठाकर ग्रामीणों से ऐंठते है मोती रकम : वही जानकारों का माने जबकि किसी भी प्रकार के दूर दूर तक शासन से इसका कोई लेना देना नही है. वही ग्राम पंचायत जमराव के ग्रामीण इन एजेंटों के झांसे में आकर लगभग 100 लोगों के द्वारा श्रमिक कार्ड बनवाने व आवास पाने के लिए 500/रुपए की बड़ी राशि दी गई है। बताया जा रहा है की उक्त शिविर जमराव में उस दिन लगा था जिस दिन ग्राम पंचायत झीठ में श्रम विभाग द्वारा 9 जुलाई को शिविर लगाया गया था। जिसका फायदा उठा कर इन फर्जी एजेंटों ने ग्राम पंचायत जमराव के भोले भाले ग्रामीणों को अपने झांसे में लेकर इस तरह से फर्जी श्रमिक कार्ड बनाने के नाम से हजारों रूपये की चुना लगाई है इतना ही नहीं ये फर्जी एजेंट पाटन ब्लॉक के कई ग्राम पंचायतों में जाकर ग्रामीणों को लाखों रूपये का चुना लगा चुका है।–शेष 👇👇नीचे..
फर्जी एजेंट आमदी, परसदा, रायपुर के रहने वाले : वही “छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़” से संतोष देवांगन के द्वारा सरपंच, सचिव व् उप सरपंच से जानकारी ली गई तो ग्राम की सरपंच ने बताया की महिला एजेंटो के द्वारा ग्रामीणों का श्रमिक कार्ड बनाने के नाम पर संपर्क किया गया था. जिस पर जमराव सरपंच ने शिविर लगाने ग्राम में मुनादी भी कराइ थी. मगर जब उन्हें पता चला तो वे उन महिलाओ के द्वारा उक्त कार्य करने मोती रकन वसूल रहे है तो वे उन एजेंटो को वहा से खदेड़ दिया। दूसरे दिन भी उन महिलाओं के द्वारा ग्राम के चौराहे पर शिविर लगाकर ग्रामीण महिलाओं से 500-500/ रुपए की वसूली कर फार्म भरने का कार्य किया जा रहा था. जिसकी जानकारी उप सरपंच को लगाने पर उन्होंने महिला एजेंटो को वहा से खदेड़ा, जब तक सैकड़ों ग्रामीण इन फर्जी एजेंटो के शिकार हो चुके थे। बताया जा रहा है की उक्त महिलाएं आमदी, परसदा, रायपुर की रहने वाली है।–शेष 👇👇नीचे..
श्रम विभाग के अधिकारी कब करेंगे कार्रवाई : वही ब्लॉक के ग्रामीणों को श्रमिक कार्ड और आवास के नाम पर ठगने की बात जनपद पंचायत पाटन में उठा था. साथ ही इस बात की जानकारी श्रम विभाग दुर्ग के अधिकारी और श्रम इंस्पेक्टर को भी है मगर माह बीत गया फिर भी इन फर्जी एजेंटों पर पंचायत द्वारा FIR न किया जाना व श्रम विभाग द्वारा विभागीय कार्रवाई न करना समझ से परे है। वही ग्राम पंचायत के सरपंच,उप सरपंच ने अब इन फर्जी एजेंटों पर FIR करने का मन बना लिया है। अब देखना यह है की “छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़” में समाचार प्रकाशित होने के बाद अब श्रम विभाग के अधिकारी इन फर्जी एजेंटो व इनके गिरोह के प्रमुख पे शीघ्र कार्रवाई करते हुए ठगी के शिकार ग्रामीणों को उनका रुपया वापस लौटते है या फिर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ इतिश्री कर लेंगे। क्योंकि दुर्ग श्रम अधिकारी केसरवानी से फोन पर इस फर्जी वाड़ा के संबंध में जानकारी लेने फोन लगाया मगर वे फोन नहीं उठाएं।