भिलाई : छंद परिवार के द्वारा दिन शनिवार 16-11-2024 स्थान- कूर्मि भवन, सेक्टर -7, भिलाई म दीवाली मिलन अउ पुस्तक विमोचन अउ राज्य स्तरीय कवि सम्मेलन समारोह के आयोजन करे गिस, जेखर माई पहुना – श्रीमति संतोष झांझी ( वरिष्ठ साहित्यकार, लोकगायिका ), खास पहुना- श्री विजय वर्तमान (वरिष्ठ साहित्यकार ), अध्यक्षता – श्री ईश्वरी वर्मा ( राजप्रधान -कूर्मि समाज ) आतिथ्य में करे गिस।⬇️शेष⬇️
संग म पुस्तक विमोचन- ताना -बाना (गद्यसंग्रह)- श्री चोवाराम वर्मा ‘बादल’, चर्चाकार -श्री मोहनलाल वर्मा, सवैया सरोवर (सवैया संग्रह )- इंजी. गजानंद पात्रे ‘सत्यबोध’, चर्चाकार – श्री अश्वनी कोसरे, अनोखी बहू (कहानीसंग्रह)- श्री कमलेश प्रसाद शर्माबाबू, चर्चाकार – श्री पोखन जायसवाल, मुस्कात बाली धान के (गजल संग्रह )- श्री सुखदेव सिंह अहिलेश्वर, चर्चाकार – श्री ज्ञानुदास मानिकपुरी मन के पुस्तक ल विमोचन करे गिस। ⬇️शेष⬇️
दूर-दराज ले पहुँचइया छंद साधक – साधिका, साहित्यकार अउ पहुनामन बर गरमागरम पोहा जलेबी के नाश्ता अउ चाय के व्यवस्था रिहिस | सबले पहिली पहुनामन के अक्षत तिलक लगाके, स्वागत करत मंच तक लाय गिस। जम्मों छंद साधक -साधिका के घलो तिलक लगाके स्वागत करिन | तेखर बाद पहुनामन के द्वारा दीप-प्रज्ज्वलित कर छत्तीसगढ़ी भाखा महतारी तेलचित्र के पूजा अर्चना होइस। बलराम चंद्राकर द्वारा छत्तीसगढ़ी भाखा महतारी के गुरुदेव श्री अरुणकुमार निगम के द्वारा लिखें गीत के प्रस्तुति देइन | पहुनामन के स्वागत सत्कार पुष्पमाला पहिराके करे गिस। स्वागत भाषण गुरुदेव श्री अरुणकुमार निगम जी करिन |तेखर बाद पुस्तक विमोचन होइस कृतिकारमन अपन विचार रखिन। विद्वान वक्ता मनके द्वारा पुस्तक ऊपर विस्तृत रूप लें चर्चा करिन | ये सत्र के संचालन श्री अजय अमृतांशु करिन |⬇️शेष⬇️
ओखर बाद कविसम्मेलन के आगाज अपन चिर- परिचित अंदाज ले करिन जितेंद्र वर्मा ‘खैरझिटिया’। सधे हुवे संचालन ले उपस्थित पहुना अउ कवि मन के मन मोह लिस| दस झन छंद साधक के प्रस्तुति के बाद भोजन बर वीराम दे गिस | भोजन मा रोटी, सोहारी, भात, दार, चना सब्जी, मसूर के खट्टा सब्जी, रमकेरिया सब्जी, अउ मीठा मा खीर, गुलाबजामुन के व्यवस्था आयोजक मंडल मन करें रिहिन |⬇️शेष⬇️
भोजन के बाद कविसम्मेलन के तीसरा सत्र शुरू होइस | बीच-बीच मा पहुनामन के उद्बोधन चलत रिहिस। माई पहुना श्रीमती संतोष झांझी जी बताइन हमर समे मा कोनो सिखइया गुरु नइ रिहिन, अपन एक गीत ‘ अपन गाँव रे, अपन गाँव रे घलो सुनाइन| श्री विजय वर्तमान जी अपन सारगर्भित उद्बोधन मा बताइन के कवि ला उदार होना चाही, अउ कहिन निगम जी ला छत्तीसगढ़ी भाखा बर काम करइया मा सबले पहिली व्यक्ति मानथँव | अध्यक्षयीय उद्बोधन मा श्री ईश्वरी वर्मा जी कहिन ये हमर बर बड़ सौभाग्य हे जेन आपमन के पहुनाई करें के मौका मिलिस, अउ अपन एक रचना सुनाइन | वरिष्ठ साहित्यकार मा, श्री बलदाऊराम साहू जी, लतीफखान ‘लतीफ’ जी, डॉक्टर सुधीर शर्मा जी, श्री परदेशीराम वर्मा जी, श्री गिरवरदास मानिकपुरी जी, लक्ष्मीकांत वैष्णव जी अउ कवि अलकरहा जी, कहानीकार श्री चंद्रहास साहू जी उपस्थित रिहिन|⬇️शेष⬇️
उपस्थित कविमन अलग-अलग रंग मा रँगे अउ अलग- अलग विधा- विषय ऊपर गीत, कविता, छंद अउ ग़ज़ल सुनाइन। 22 जिला के लगभग 120 छंद साधक -साधिका मन कार्यक्रम मा संघरिन। पहुनामन ला मंच डहर ले स्मृति चिन्ह अउ साल भेंट करे गिस। सँझा गरमागरम भजिया अउ चाय के व्यवस्था घलो करे गे रिहिस हे। उपस्थित कविमन ला घलो मंच द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान करे गिस। कविसम्मेलन के संचालन श्री सुरेश पैगवार, श्री गजराज दास महंत अउ कमलेश वर्मा जी अपन चिरपरिचित अंदाज मा करिन। आभार व्यक्त श्री गजराज दास महंत जी करिन। साउंड सर्विस बहुत सुन्दर रिहिस, जम्मों कार्यक्रम के फोटो अउ वीडियो सूटिंग श्री जितेंद्र वर्मा ‘वैद्य’ जी करिन हे | कार्यक्रम के संयोजक – श्री विजेंद्र वर्मा जी, श्री बलराम चंद्राकर जी, श्री सूर्यकान्त गुप्ता जी अउ श्री गजराज दास महंत जी रिहिन |