दुर्ग : कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज जिला स्तर पर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पोटियाकला में शिशु संरक्षण माह द्वितीय चरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज दानी, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. दिव्या श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. भूमिका वर्मा, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक श्री संजीव दुबे, अस्पताल के समस्त चिकित्सा अधिकारी, आरएमएनसीएच ए कंसल्टेंट श्रीमती शोभिका गजपाल, एवं अन्य जिला स्तर के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे। ⬇️शेष नीचे⬇️
शासन के द्वारा जारी निर्देशानुसार नियमित टीकाकरण के साथ ही विटामिन ‘ए‘ (09 माह से 05 वर्ष के बच्चों को प्रत्येक 6 माह में 1 बार) एवं प्थ्। सिरप (06 माह से 05 वर्ष के बच्चों को सप्ताह में 2 बार) 1-1 उस लगातार 6 माह तक पिलाया जावेगा। बच्चों व गर्भवती माताओं का टीकाकरण, गर्भवती माताओं की जांच तथा उन्हें पोषण आहार की सलाह के साथ-साथ अति गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) रिफर किया जाएगा व मध्यम कुपोषित बच्चों हेतु माताओं को आहार की सलाह दी जाएगी। ⬇️शेष नीचे⬇️
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी शिशुवती माताओं को 1000 दिवस तक बच्चों के विशेष देखभाल, आहार व टीकाकरण अनिवार्य करवाने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बच्चों की देखभाल उनके 5 वर्ष के हो जाने तक अवश्य जारी रखने चाहिये। जिला टीकाकरण अधिकारी, जिला नोडल अधिकारी, आरएमएनसीएच ए कंसल्टेंट व ब्लॉक स्तर पर मॉनिटरिंग टीम को जिले में भ्रमण सुनिश्चित करने हेतु निर्देश दिये गये। कलेक्टर द्वारा कार्यक्रम के पश्चात शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पोटियाकला के प्रांगण में बेल का पौधा रोपण किया गया।