बलौदाबाजार मामला : सीएम हाउस में शुरू हुई हाईलेवल बैठक… मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम सहित सतनामी समाज के प्रमुख पदाधिकारी मौजूद

(संतोष देवांगन) रायपुर : सोमवार को बलौदाबाजार जिले में उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाते हुए एसपी और कलेक्टर कार्यालय को जलाकर राख कर दिया था। इस घटना के बाद से शहर में धारा 144 लागू कर दिया गया है। वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी इस घटने पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने देर शाम डीजीपी और सीएस को तालाब कर मामले की जानकारी ली थी और आईजी को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिए थे। आज मुख्यमंत्री ने अपना जशपुर जिले का दौरा कार्यक्रम रद्द कर दिया है, और बलौदाबाजार मामले में सीएम हाउस में हाईलेवल की बैठक बुलाई है।

इस बैठक में डिप्टी सीएम विजय शर्मा और अरुण साव समेत सतनामी समाज के प्रमुख पदाधिकारी मौजूद हैं। आपको बता दें कि, बलौदाबाजार हिंसक प्रदर्शन के बीच देर रात 1 बजे प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, राजस्व मंत्री टंकराराम वर्मा, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल समेत जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर ऑफिस पहुंचकर पूरे घटनाक्रम का अवलोकन किया और जानकारी ली। तीनों मंत्रियों ने इस घटना की निंदा की है। वहीं गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि घटना की पूरी जांच होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

क्या है पूरा मामला?

आपको बता दें कि, 15 और 16 मई की दरमियानी रात कुछ असामाजिक तत्वों ने गिरौधपुरी धाम में सतनामी समाज के धार्मिक स्थल के पूज्य जैतखाम में तोड़फोड़ की थी। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस की इस कार्रवाई से सतनामी समाज के लोग असंतुष्ट थे और न्यायिक जांच की मांग कर रहे थे। इस बीच सोमवार को गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच की घोषणा की थी।

वहीं जैतखाम में तोड़फोड़ के विरोध में हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास एकत्र हुए और जमकर हंगामा किया। जहां प्रदर्शन हिंसक में तब्दील हो गया। जिसके बाद उपद्रवियों ने तांडव मचाते हुए कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय को आग के हवाले कर दिया। वहीं इस घटने में वहां मौजूद 20-30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें से गंभीर घायल पुलिस कर्मियों को राजधानी रायपुर रेफर कर दिया गया है। फिलहाल, शहर में स्थिति सामान्य है। पुलिस इस पूरी घटना की जांच कर रही है।

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