* एनईपी-2020 के लक्ष्य को सार्थक करता पाटन कॉलेज, विद्यार्थियों ने सीखा टूटी-फ्रूटी निर्माण…
* प्राचार्य डॉ. नंदा गुरवारा के मार्गदर्शन में कौशल आधारित प्रशिक्षण का सफल आयोजन…
पाटन: शासकीय चंदूलाल चंद्राकर स्नातकोत्तर महाविद्यालय पाटन में शनिवार को वनस्पति शास्त्र विभाग द्वारा कौशल विकास के उद्देश्य से टूटी-फ्रूटी (कतरी) निर्माण पर एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. नंदा गुरवारा ने कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को केवल सैद्धांतिक ही नहीं, बल्कि व्यावहारिक एवं रोजगार अभिमुख कौशलों से भी सशक्त बनाना है। इसी उद्देश्य से महाविद्यालय में विभिन्न कौशल आधारित कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है।
डॉ. गुरवारा ने बताया कि महाविद्यालय के गार्डन में उपलब्ध पपीते का उपयोग करते हुए विद्यार्थियों को टूटी-फ्रूटी कतरी बनाना सिखाया गया, जिससे उन्हें स्थानीय संसाधनों का सदुपयोग और लघु उद्यम की संभावनाओं की जानकारी मिल सके। उन्होंने स्वयं भी प्रशिक्षण प्रक्रिया में सहभागिता कर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम के संयोजक एवं वनस्पति विभागाध्यक्ष प्रवीण जैन के अनुसार कार्यशाला में विद्यार्थियों द्वारा लाल, पीले और हरे रंग की उच्च गुणवत्ता वाली फ्लेवरयुक्त टूटी-फ्रूटी का निर्माण किया गया। प्रशिक्षण में महाविद्यालय की विभिन्न संकायों के 70 विद्यार्थी शामिल हुए।
नम्रता (एमएससी बॉटनी), लक्ष्मीन साहू (बीएससी प्रथम सेमेस्टर), भवानी (बीएससी तृतीय सेमेस्टर) और गीतेश्वर कुमार (बीएससी प्रथम सेमेस्टर) ने स्वयं टूटी-फ्रूटी तैयार कर उसकी विधि अन्य विद्यार्थियों को समझाई।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. साधना राहटगांवकर के नेतृत्व में एनएसएस स्वयंसेवकों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यशाला में महाविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।




