किरीट ठक्कर , गरियाबंद। नगर पालिका परिषद के भाजपा समर्थित उपाध्यक्ष के विरुद्ध 8 कांग्रेसी पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिये ज्ञापन दिया है। कलेक्टर को सौपें गये अविश्वास प्रस्ताव संबंधी ज्ञापन में नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोनटेके पर जनहित के मुद्दे पर ध्यान नहीं देना , परिषद एवं पीआईसी की बैठक आहूत करने में आना कानी करना, साथ ही राज्य शासन से प्राप्त विकास निधि के मन माफिक उपयोग करने का आरोप लगाया गया है। नपा उपाध्यक्ष के खिलाफ लामबंद हो चुके नगर के 8 पार्षदों में पार्षद श्रीमती विमला साहू , संदीप सरकार , , पद्माबाई यादव , प्रतिभा पटेल, देवकरण मरकाम , लेखराम उर्फ रितिक सिन्हा व नीतू देवदास द्वारा ज्ञापन में हस्ताक्षर किये गये है।
15 वार्डों में कांग्रेस के 8 भाजपा के 7 पार्षद
विदित हो कि नगर के पंद्रह वार्डों में से भाजपा के 7 पार्षद तो वही कांग्रेस 6 पार्षद साथ ही छजका ( जोगी ) के 2 पार्षद विजयी हुये थे , कालांतर में जोगी कांग्रेस के 2 पार्षद भी इंडियन नेशनल कांग्रेस में सम्मिलित हो गये , जिससे अब कांग्रेसी पार्षदों की संख्या 8 मानी जा रही है। लिहाजा नगर पालिका में वर्तमान में कांग्रेस का पलड़ा भारी है।
अध्यक्ष के विरुद्ध भी आ सकता अविश्वास प्रस्ताव
नपा उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोनटके के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फू मेमन के विरुद्ध भी अविश्वास प्रस्ताव लाने की संभावना व्यक्त की जाने लगी है। बताया जा रहा है नपा अध्यक्ष के ख़िलाफ़ भी अविश्वास प्रस्ताव लाने विचार विमर्श किया जा रहा है , किन्तु अब तक किसी निर्णय की जानकारी नही मिल पायी है।