News 24 :- ग्रामीण क्षेत्र में स्वस्थ्य विभाग की मोर्चा सँभालने वाली मितानिन बहने अपनी दस सूत्री मांगों लेकर 30 मार्च से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जा रहे हैं मितानिन संघ के अध्यक्ष श्रीमती ईश्वरी क्षत्री एवं सचिव कविता राठौर का कहना है कि हमारी मितानिन बहने अपनी पूरी पारिवारिक ज़िमेदारी को छोड़कर रात और दिन स्वस्थ्य विभाग और लोगों की सेवा में लगी रहती है लेकिन सरकार हमारी मेहनत को नजर अंदाज कर रही है और मितानिनों की उपेक्षा कर रही है इसलिए हम लोग हड़ताल करने पर मजबूर हो गये हैं मितानिनों का कहना है कि हमारे भी छोटे-छोटे बाल बच्चे और परिवार है हमारे ऊपर भी पारिवारिक जिम्मेदारी है सरकार को हमारी मेहनत को गम्भीरता से लेना चाहिए सरकार का हम उतना ही काम कर रहे हैं जितना कि एक सरकारी कर्मचारी कर रहा है लेकिन सरकार एक को लाखों रुपये पेमेंट दे रहा और एक को 1000 या 1200 देकर मुफ्त में ही काम चला रहा है जो कि मितानिनों के साथ अन्याय है और मितानिनों का शोषण है इसलिए हम अपनी मांगो को लेकर निश्चित कालीन हड़ताल कर रहे हैं हमारी प्रमुख मांगे इस प्रकार है ।
1. राज्यांश 75% से बढ़ाकर 100% किया जाय ।
2. चुनाव पूर्व की घोषणा राशि 5000 रु.प्रतिमाह प्रदान किया जाय ।
3. मितानिन पंजी का प्रोत्साहन राशि 5000 रु. प्रतिमाह किया जाय ।
4. केस प्रोत्साहन राशि को बढ़ाया जाय तथा बीमा और पी. एफ.
प्रदान किया जाय ।
5. करोना काल में किये काम का बकाया 1000 रु. प्रतिमाह की
दर से 2 वर्षो का एक मुश्त भूगतान किया जाय ।
6. ग्रामीण एवं शहरी मितानिनों का दावा पत्र समान हो ।
7. प्रतिवर्ष 10% की प्रोत्साहन राशि में वृद्धि हो ।
8. योग्यता अनुसार मितानिनों को स्वास्थ्य विभाग में प्रमोट किया
जाय।
9. शासन द्वारा कराये जा रहे अन्य कामों का भी प्रोत्साहन राशि
दिया जाय ।
10. अधिकारियों द्वारा मितानिनों के साथ सम्मान जनक व्यवहार
किया जाय एवं प्रत्येक जिला में मितानिन भवन बनवाया जाय ।